सीतापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में गायत्री प्रज्ञापीठ ने 21वी सदी नारी सदी की उक्ति को चरितार्थ करने तीन दिवसीय कन्या कौशल शिविर का आयोजन स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल देवगढ़ में किया गया। इस शिविर में योग स्वास्थ्य स्वाध्याय संस्कार स्वावलंबन आत्मनिर्भर कन्या जीवन में तनाव और उसके निवारण आदर्श कन्या और वधु बनने के सूत्र यज्ञ चिकित्सा सहित विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। इस शिविर में कई गांवों से शामिल हुए। बालिकाओं ने गायत्री प्रज्ञा पीठ अंबिकापुर की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी सह डाइट प्राचार्य शशि सिंह।, शिक्षिका लक्ष्मी सिंह, ,सरस्वती तिवारी ,अमृता जायसवाल के मार्गदर्शन में गीत संगीत खेल टोली समेत अन्य गतिविधियों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है।
इस तीन दिवसीय शिविर के समापन के अवसर पर जनपद उपाध्यक्ष शैलेष सिंह ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि, जब आप बड़ी होने के बाद शादी होकर दूसरे घर जाती है। तब आपके कंधों पर दो कुल को सँवारने उनकी मर्यादा का ख्याल रखने और सभी को एक संस्कार में पिरोने की जिम्मेदारी होती हैं। जिसे निभाने के लिए आपको अभी से संस्कारी जीवन शैली अपनाना पड़ेगा। आप सभी शिक्षा के साथ अपने अंदर संस्कारो को भी बढ़ावा दीजिए । 21वी सदी नारी सदी की उक्ति पूरी तरह चरितार्थ हो सके। इस कार्यक्रम के जनपद अध्यक्ष शांति देवी, सभापति कृषि स्थायी समिति स्नेहा सिंह, सेवानिवृत्त शिक्षक संत सिंह, मधु गुप्ता ,नीलम सोनी ,तजिंदर अरोरा ने इस आयोजन की सराहना की है।