कोडिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाने जिले की युवतियों को मिल रहा अवसर
रायपुर. जिले के युवतियों-महिलाओं का सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में कार्य करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अवसर प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए ना कोई विशेष प्रवेश परीक्षा ना विशेष शैक्षणिक योग्यता की आवश्यकता है। जिला प्रशासन और नवगुरूकुल संस्था द्वारा 18 महीने निःशुल्क सॉफ्टवेयर इंजिनियर प्रोग्राम के लिए चयन किया जा रहा है। इसके लिए तीन दिवसीय सेमीनार पं. आर. डी. तिवारी शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल, आमापारा में आयोजित की जा रही है। पहले दिन नवगुरूकुल संस्था के प्रशिक्षकों के द्वारा सेमिनार में पोस्ट संबंध में जानकारी दी गई और प्रश्नों के उत्तर दिए। यह सेमीनार 22 और 23 जून को सुबह 11 बजे पुनः आयोजित होगा।
चयनित अभ्यर्थी कोडिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगें, जिससे सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में अपना कैरियर बना सकेंगे। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद न्यून्तम 20 हजार रूपये का वेतन की नौकरी मिल सकेगी। भविष्य में अमेजन, नेटवेस्ट, एप्प स्क्रिप, मैक्यूरी, एक्सेंचर जैसी मल्टीनेशनल कंपनियों में कार्य करने का अवसर मिल सकेगा। कलेक्टर डॉ. भुरे ने अधिक से अधिक संख्या में युवतियों-महिलाओं से इस सेमीनार में उपस्थित रहकर मल्टीनेशन कंपनी में जॉब गारंटी के अवसर का लाभ उठाने की भी अपील की है।
रायपुर जिला प्रशासन द्वारा स्कूल ऑफ प्रोग्रामिंग के रूप में दो सौ सीटर आवासीय कोडिंग प्रोग्राम शुरू किया गया है। इस कार्यक्रम के तहत न्यूनतम दसवीं कक्षा पास युवतियों-महिलाओं को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के लिए ग्यारहवीं, बारहवीं की सभी विषयों या संकायों की छात्राएं भी आवेदन कर सकती है। बीए, बीएससी, बीटेक, बीसीए की छात्राएं भी इस सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग कोर्स में शामिल हो सकती है। यह प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क और आवासीय होगा। 18 महीने का यह प्रशिक्षण जिला प्रशासन से सहयोग से नवगुरूकुल संस्था द्वारा दिया जाएगा। प्रशिक्षण में शामिल होने वाली छात्राओं को लैपटॉप दिया जाएगा। यहां सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग प्रोग्रामिंग के साथ-साथ प्रशिक्षणार्थियों को इंग्लिश कम्यूनिकेशन और लीडरशिप भी सिखाई जाएगी। इस कोर्स के लिए बेरोजगारी भत्ता प्राप्त हितग्राहियों को भी प्राथमिकता दी जा रही है।