लावारिस हालत में मिली बच्ची, देखभाल के लिए आगे आई चाइल्ड वेलफेयर
कोरिया। कहते हैं मां की ममता का कोई मोल नहीं है, लेकिन एक ऐसा मामला आया जिसने मां शब्द पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। टक-टकी लगाए देख रही मासूम अपने तोतले ज़ुबान से उस पत्थर दिल मां को याद कर रही। शायद इस मासूम को अब भी भरोसा है कहीं ना कहीं से उसकी मां आएगी और उसे अपने गले लगा लेगी। अनजानों के बीच भी मासूम बच्ची सबको अपना बना रही है। पर क्या लड़की होना ही मासूम का गुनाह था, जो इसे लावारिस छोड़ दिया गया। निर्दयी मां को इस बच्ची पर तरस तक नहीं आया। मासूम की मासूमियत देखकर वहां मौजूद लोगों का दिल पसीज गया, लेकिन वो क्रुर मां, मां की ममता पर सवाल खड़े कर गई।
दरअसल छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित चिरमिरी क्षेत्र के डोमहिल में एक आठ महीने की बच्ची को लावारिस हालत में पाए जाने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। कब, किसने मासूम बच्ची को यहां छोड़ा ये किसी ने नहीं देखा। महिला की गोद में खेल रही मासूम बच्ची को देखकर किसी का भी दिल पिघल जाएगा। अनजाने गोद में भी मासूम की आंखें अपनी मां को ही खोज रही हैं। आखिर कौन इतना पत्थर दिल हो सकता है, जो आठ महीने के बच्ची को इस हालत में छोड़ सकता है। बहरहाल मासूम बच्ची को चाइल्ड वेलफेयर ने अपनी कस्टडी में रख लिया है, जहां उसका देखभाल किया जाएगा।