रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बालिका शिक्षा अभियान 'हर कदम बेटी के संग, लीडरशिप की तरंग' के अंतर्गत पालकों से आव्हान किया है कि वे अपने बालिकाओं को पढ़ाई के लिए पूरा सहयोग प्रदान करें और उनसे लगातार बातचीत करते रहें ताकि वे अपने जीवन की लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील रहें।
मंत्री डॉ. टेकाम ने इस अवसर पर आज अपने निवास कार्यालय में परियोजना विजयी की बालिकाओं के लिए वर्ष में 2 बार प्रकाशित होने वाली 'गपशप पत्रिका' के माध्यम से संदेश भी दिया। उन्होंने परियोजना विजयी के अंतर्गत 179 बालिका आवासीय संस्थानों के लिए दिए जाने वाले जीवन कौशल विषय की कॉमिक श्रृंखला ''सूझ-बूझ का चश्मा'' का विमोचन भी किया। यह कॉमिक आने वाले समय में प्रदेश के सभी कक्षा 6वीं से 8वीं के परियोजना विजयी के बालिका आवासीय संस्थानों को प्रदान किया जाएगा। इसके माध्यम से बालिकाएं रोचक तरीके से जीवन कौशल के विविध आयामों को सीख पाएंगे और अपने जीवन में इसका उपयोग कर पाएंगी।
मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्ष से कोरोना के कारण प्रदेश की बेटियों के द्वारा सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किए गए, जिसमें उन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में भी जीवन कौशल का प्रयोग करते हुए अपने परिवार का पूरी तरह ध्यान रखा। बेटियों ने अपने साथ अपने भाई-बहनों, सहेलियों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित किया। हमें बेटियों के ऐसे प्रयासों की सराहना करनी चाहिए।
मंत्री डॉ. टेकाम ने बालिकाओं से अपील की कि वे खुद पढ़ने, खेलने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए प्रण लें। बेटियां अपने जीवन का नेतृत्व जीवन कौशल में सीखी गई बातों के आधार पर पूरी क्षमता के साथ करें। इस अवसर पर सहायक संचालक समग्र शिक्षा डॉ. एम. सुधीश, राज्य प्रमुख रूम टू रीड श्री प्रतीक बैनर्जी, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी बालिका शिक्षा श्री प्रभात जायसवाल उपस्थित थे।