छत्तीसगढ़

गौ सेवकों ने तस्करों के कब्जे से छुड़ाये 21 मवेशी, 1 तस्कर गिरफ्तार

Shantanu Roy
13 Sep 2021 2:25 PM GMT
गौ सेवकों ने तस्करों के कब्जे से छुड़ाये 21 मवेशी, 1 तस्कर गिरफ्तार
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पत्थलगांव। गौ तस्करी के एक मामले में 21 मवेशियों को तस्करों के कब्जे से छुड़ाया गया है। इस में शहर के कुछ युवाओं ने साहस का परिचय देते हुए मवेशियों को तस्करों के कब्जे से छुड़ाने में सफलता हासिल की है। जानकारी के अनुसार तस्कर मवेशियों को छोड़कर भाग खड़े हुए। वहीं उनका एक गुर्गा युवाओं के हत्थे चढ़ गया। मामले में पुलिस की भूमिका को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जाता है कि पुलिस इसमें रूचि नहीं दिखा रही थी।

हालांकि गौसेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी के दखल के बाद पुलिस को इसमें हस्तक्षेप करना पड़ा। लोगों द्वारा मवेशियों के साथ ही आरोपी को भी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। पत्थलगांव के समीप चरखापारा मवेशी बाजार वर्षों से मवेशियों की तस्करी का प्रमुख केंद्र रहा है। प्रत्येक सोमवार को लगने वाले इस बाजार से सैकड़ों-हजारों की तादाद में मवेशी झारखंड,बिहार और बंगाल के बूचड़खानों में ले जाए जाते हैं। इस सोमवार को भी तस्करों द्वारा एक झुंड में मवेशियों को जशपुर की ओर ले जाया जा रहा था। झुंड में जहां कई बूढ़े हो चुके मवेशी थे तो कई शावक और गर्भवती गाएं भी इनमें शामिल थीं।

बताया जाता है कि तस्करों की मार से कई मवेशी घायल भी हो गए थे। लोगों की नजरों से बचाने के लिए इन्हें रायगढ़ रोड के अंदरूनी इलाकों से ले जाया जा रहा था। जहां नितेश सिंघल समेत शहर के कुछ युवाओं की इन पर नजर पड़ गई। बच्चों और गायों के साथ ही घायल मवेशियों को निर्दयतापूर्वक मारपीट कर हांकते हुए ले जाते देखकर युवकों ने तस्करों को रोकने का प्रयास किया तो वे और जल्दी-जल्दी मवेशियों को खदेड़ने लगे।
यह देखकर युवकों को स्थिति समझते देर नहीं लगी और उन्होंने तस्करों का पीछा करना शुरू कर दिया। रायगढ़ रोड से होते हुए तस्कर मवेशियों को लेकर जशपुर रोड पर पूरन तालाब तक जा पहुंचे। उधर तस्करों का पीछा करते-करते युवक भी यहां पहुंच गए। इस दौरान स्थिति भांपकर मुख्य आरोपी मोटरसायकल मौके पर छोड़कर भाग खड़ा हुआ जिसके बाद मवेशियों को हांक रहे लोग भी इधर-उधर भागने लगे। परंतु इनमें से एक आरोपी लोगों के हत्थे चढ़ गया। बताया जाता है कि युवकों ने पुलिस को मामले की सूचना दी परंतु इसे लेकर पुलिस का आश्चर्यजनक रूप से रूखा रवैया देखने को मिला।
इस पर उन्होंने छग गौसेवा आयोग के सदस्य शेखर त्रिपाठी को पूरे मामले से अवगत कराया। जिस पर श्री त्रिपाठी ने पुलिस के उच्चाधिकारियों को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे। यहां युवकों ने मवेशियों और एक आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया। थाने में पशु चिकित्सकों को बुलाकर मवेशियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। जानकारी के अनुसार जब्त किए गए 21 मवेशियों में 7-8 शावकों के साथ ही कई गाएं हैं जिनमें से एक गर्भवती भी है।
स्वास्थ्य परीक्षण के उपरांत सभी मवेशियों को देख-रेख के लिए सुरेशपुर के गौठान में भिजवा दिया गया है। वहीं शाम को भी इसी प्रकार का एक मामला सामने आया जिसमें सूरत रोहिला नाम के युवा की पहल पर कुछ मवेशी तस्करों के कब्जे से छुड़ाए गए। बताया जा रहा है कि इस मामले में झारखंड निवासी एक युवक को भी पुलिस के हवाले किया गया है। पुलिस द्वारा मामले में अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है परंतु यह मामला पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थिति के संबंध में जानकारी के लिए थाना प्रभारी से कई बार फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया परंतु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।
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