छत्तीसगढ़

ओडिशा से छग के रास्ते गांजे की तस्करी

Admin2
21 July 2021 6:08 AM GMT
ओडिशा से छग के रास्ते गांजे की तस्करी
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  1. बॉर्डर चेक पोस्ट पर कड़ी जांच नहीं होने का तस्कर उठा रहे फाएदा
  2. रवि डॉन और आसिफ अपना कारोबार गुर्गो के माध्यम से करा रहे हैं और दोनो अंडरग्राउंड होकर डॉन के किरदार के हिसाब से अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। दोनों जगह बदल-बदल कर पूरे शहर में सट्टा और जुए के अवैध कारोबार को अपने कब्जे में कर रखे हैं। इससे कहते हैं- उड़ता रायपुर, छलकता छत्तीसगढ़...
  3. कोतवाली और सिविल लाइन पुलिस छत्तीसगढ़ कॉलेज, बैरन बाजार को अपना थाना क्षेत्र नहीं मानते
  4. खुलेआम रवि का सट्टा और आसिफ का गांजा कालीबाड़ी से लेकर छत्तीसगढ़ कॉलेज तक चल रहा है
  5. बैरन बाजार के रहवासियों ने जनता से रिश्ता से लगाई गुहार, विरोध प्रदर्शन के लिए हो रहे मजबूर
  6. लगातार ख़बरें छपने के बाद भी बंद नहीं हो रहा गांजा-सट्टे का खेल
  7. राजधानी में डॉन की गिरफ्तारी कब

रवि साहू अपने सभी प्रकार के अवैध धंधे गांजा, सट्टा, अवैध शराब के धंधे को मुंबई के माफिया-डॉन की तरीकों को अपनाते हुए अंजाम दे रहा है। मजाल है कि रायपुर की पुलिस उसके अवैध कारोबार के मायाजाल-मकडज़ाल को तोड़कर उसे गिरफ्तार कर उसके अवैध धंधों और आपराधिक गतिविधियों को खत्म कर सके। नशीली दवाओं का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है ! इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों का बेहद तगड़ा नेटवर्क है। कई हाईप्रोफाइल लोग भी इस कारोबार से जुड़े हुए है। टेबलेट से लेकर सिरप को तस्कर दोगुनी- तिगुनी कीमत पर बेचते हैं। लोग ज्यादा कीमत देकर खरीद भी रहे हैं। नशीली दवाइयां नशेडियों के लिए सस्ता और आसानी से मिलने वाले नशा हो गया हैं। 11-12 साल के बच्चे भी दवाइयों का नशा कर रहे हैं। कुछ छोटे दवा दुकान वाले भी नशीली दवाएं नशेडिय़ों को बेच रहे हैं।

आसिफ गैंग का गांजा शबाब पर

खरियार रोड का सबसे बड़ा गांजा का स्मगलर अपने भांजे को लेकर रायपुर में वर्चस्व स्थापित किया और पूरे हिंदुस्तान में गांजे की सप्लाई करने के लिए प्रख्यात मुनाफ गैंग अब रायपुर में आसिफ गैंग बनकर खुलेआम शहर की हर गलियों में रवि डॉन के नेतृत्व में गांजे के कारोबार में सम्मिलित हो गए। आज तक पुलिस आसिफ को पकड़ नहीं पाई इसके पीछे का कारण भी रवि डॉन ही है।

इन जगहों पर हो रही खुलेआम बिक्री

पुरानी बस्ती, ईदगाह भाठा, कुकुरबेड़ा, कबीर नगर, आमानाका बस्ती, ट्रांसपोर्ट नगर, टाटीबंध, गांधी नगर, बूढा तालाब, कटोरा तालाब, मरीन ड्राइव चौक, हीरापुर, अटारी, महादेव घाट, काठाडीह, भाठागांव, लालपुर, वीआईपी रोड, नया रायपुर, मंदिर हसौद बस स्टैंड चौक, खमतराई, कोटा, रामनगर, गुढिय़ारी, गोगांव, बडा अशोक नगर, रजबंधा मैदान, सांकरा, विधानसभा, अटल नगर सेक्टर-27, जोरा पारा। रायपुर में गांजा का कारोबार खुलेआम धडल्ले से किया जा रहा है। पिछले 5 वर्षों से शहर की तंग गलियों में चल रहा कारोबार अब पब, हुक्का पार्लर और होटलों तक पहुंच गया है। राजधानी में गांजा बेचने का कारोबार करने वाले आरोपियों से मिलकर शहर के कारोबारी नशीली सामग्री की खपत करवा रहे है। युवाओं को नशे की लत लगाने के साथ कारोबारी उनकी जेब भी खाली कर रहे है।

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। प्रदेश में नशे के कारोबारियों की हिम्मत बढ़ी है तो उसका सबसे बड़ा कारण है कुछ छुटभैय्या नेता, क्योंकि कुछ छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण की वजह से आज नशे का कारोबार और कारोबारी अपनी काली कमाई चरम सीमा पर है। एक मंत्री को इतनी तनख्वा नहीं मिलती होगी जितनी एक गांजा कारोबारी और शराब तस्कर को एक दिन में मिल जाता है। प्रदेश के बस्तर जिले में पुलिस ने कार्रवाई की जिसके चलते 50 लाख शराब जब्त किया है। नशे के कारोबार ने कई लोगों को अपनी जकड़ में ले लिया है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में शराब के सप्लायरों का जाल बिछा हुआ है। शराब और गांजा तस्करों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि शहर के हर इलाके से रवि साहू अपना कारोबार चला रहा है। दुबई से सुनियोजित ढंग से छत्तीसगढ़ के कई जिलों में खासतौर पर रायपुर, दुर्ग-भिलाई में रोज करोड़ों में नशे का कारोबार चला रहे है।

महासमुंद में फिर पकड़ाया डेढ़ करोड़ का गांजा

जिले की कोमाखान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए हुंडई वार्ना और बोलेरो पिकअप से 8 क्विंटल गांजा पकड़ा है। मादक पदार्थ की अनुमानित कीमत 1 करोड़ 60 लाख आंकी गई। मामले में 4 अंतरराज्यीय तस्करों को गिरफ्तार किया। पुलिस पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए आरोपियों ने पत्ता गोभी और आलू भरे वाहनों बोरियां के बीच गांजा ओडिशा से महाराष्ट्र ले जा रहे थे। लेकिन तस्कर कोमाखान पुलिस को चकमा देने में कामयाब नहीं हो सके। पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि एनएच 353 फॉरेस्ट नाका टेमरी पर कोमाखान पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। पुलिस ने वाहन में रखी बोरियों की तलाशी शुरू की तो उन्हें प्लास्टिक की 15 बोरियों में 110 पैकेट गांजा बरामद हुआ। गांजे का वजन करने पर गांजा 8 क्विंटल पाया गया है। गिरफ्तार कर गांजा तस्करों के खिलाफ 20 बी एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

कोंटा के रास्ते तेलंगाना पहुंचा 1 हजार क्विंटल गांजा

दूसरे मामले में मंगलवार को पुलिस ने भद्राचलम के चेकपोस्ट पर रुटीन चेकिंग के दौरान ट्रक मे भरकर ले जा रहे 1000 किलो गांजा जब्त किया है। ट्रक में सवार दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों ने पुलिस को बताया कि वे गांजा हैदराबाद की ओर लेकर जा रहे थे, जिसे आगे ले जाया जाना था। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यह गांजा ओडिशा से छत्तीसगढ़ के रास्ते लेकर भद्राचलम तक पहुंचे थे। पड़ोसी राज्य तेलंगाना के भद्राचलम में पुलिस ने वाहनों की चेकिंग के दौरान दो दिनों में 1060 किलो गांजा पकड़ा है। पहली घटना में एक कार में 60 किलो गांजा लेकर जा रहे तीन लोगों को पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए लोगों में एक कोंटा, दूसरा आंध्र के चिड़मुरु और तीसरा ओडिशा का रहने वाला है। जबकि दूसरे मामले में पुलिस ने उसी स्थान पर एक ट्रक में लदा लगभग 1 हजार किलो गांजा बरामद किया है।

50 लाख की शराब के साथ 1 गिरफ्तार

बस्तर जिले में जगदलपुर नगरनार पुलिस ने आज अवैध तस्करो के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। वही मुखबिर की सूचना के आधार पर मालवाहक ट्रक से 50 लाख की अवैध शराब बरामद किया है। ड्राइवर को मौके पर गिरफ्तार किया गया। इस मामले में पुलिस ने बताया कि मुखबिर की सूचना पुलिस टीम द्वारा नाकेबंदी की गई। चेकिंग के दौरान संदेह होने पर ट्रक को रोककर चालक से कड़ी पूछताछ किया गया। वही मौके से 50 लाख की अनुमानित कीमत की शराब को जप्त किया गया।

सात करोड़ की जीएसटी चोरी, दो गिरफ्तार

राजधानी में एक बार फिर से सात करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी गई है। इस मामले में राजधानी के दो कारोबारी रोहन तन्ना और अभिषेक पाण्डेय को गिरफ्तार किया है। अभी कुछ दिन पहले ही 14 करोड़ की जीएसटी चोरी में एक कारोबारी को गिरफ्तार किया गया था। केंद्र और राज्य सरकार की टीम लगातार ऐसे फर्मों में नजर रख रही है जो फर्जी फर्म और बोगस बिल से जीएसटी की चोरी कर रही है। स्टेट जीएसटी की टीम ने फर्जी जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट से जुड़े ऐसे ही एक रैकेट का खुलासा कर इन दोनों को कोर्ट में पेश किया जहां उन्हें 2 अगस्त तक के लिए जेल भेज दिया गया है। फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट को लेकर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में बड़ा अभियान चलाया जा रहा है। अभी तक इन मामलों में 14 लोगों को गिरफ्तार और 150 करोड़ की जीएसटी चोरी पकड़ी जा चुकी है।

जीएसटी इंटेलीजेंस रायपुर जोन के एडिशनल डायरेक्टर जनरल अजय कुमार पाण्डेय, एडिशनल डायरेक्टर नेम सिंह और डिप्टी डायरेक्टर टिकेंद्र कुमार कृपाल की टीम ने लगातार सात महीने तक 8 से ज्यादा फर्जी फर्मों में नजर रखी। दस्तावेजों को खंगलाने और ऑनलाइन रिटर्न की जांच के बाद पता चला कि फर्जी फर्म बनाकर करीब 7 करोड़ की जीएसटी चोरी की गई है। इन्हीं फर्जी फर्मों से फर्जी बिल जारी कर दूसरी कंपनियों को फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट दिलवा गया। इन सबूतों को इक_ा करने कई जगहों पर छापे भी मारे गए।

इसके बाद ही पता चला कि रायपुर में विपिन तन्ना की फर्म मेसर्स जेआर ट्रेडर्स के एक ऑफिस से कई फर्मों का संचालन किया जा रहा था। इन सभी फर्मों के प्रोप्राइटर डमी थे। असलियत में इन सभी कंपनियों को रोहन तन्ना और अभिषेक पांडे ही चला रहे थे। इन फर्मों से माल बिक्री तो दिखाई गई, लेकिन कभी कोई खरीदी नहीं की गई। टैक्स चोरी का खुलासा होने के बाद दोनों को दफ्तर बुलाया गया था, लेकिन वे हाजिर नहीं हुए। बाद में उनके फरार होने की सूचना मिली। लेकिन अब इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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