छत्तीसगढ़

कार के नंबर प्लेट के पीछे छिपाया गांजा

Nilmani Pal
23 May 2023 5:48 AM GMT
कार के नंबर प्लेट के पीछे छिपाया गांजा
x

पुलिस ने दो अंतरराज्यीय तस्करों को पकड़ा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर/जीपीएम। मध्यप्रदेश के गांजा तस्कर छत्तीसगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़े हैं. गौरेला पुलिस ने दो गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है. टाटा इंडिका कार के नंबर प्लेट के अंदर छुपा गांजा रखे हुए थे. पुलिस भी चोरी के तरीके से आश्चर्य चकित रह गई. 18 किलो गांजे की कीमत लगभग 1 लाख 80 हजार रुपये आंकी गई है. दरअसल, मामला थाना गौरेला का है. थाना प्रभारी गौरेला को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई थी. बिलासपुर की ओर से एक टाटा इंडिका कार में अवैध रूप से गांजा का परिवहन कर गौरेला की ओर आ रहे हैं. सूचना पर से थाना प्रभारी के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया. पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल के द्वारा कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया. थाना गौरेला की टीम के द्वारा सारबहरा बाय पास रोड में नाकाबंदी कर बिलासपुर की ओर से आ रहे कार को रोककर चेक किया गया, जिसकी डिक्की में कुल 18 किलो मादक द्रव्य गांजा बरामद किया गया.

नारकोटिक्स एक्ट के तहत की जाने वाली कार्रवाई का पालन करते हुए ष्टत्र04 बी 7616 टाटा इंडिका कार को जब्त कर आरोपी 1 काशीराम सोनी उर्फ सुनील सोनी पिता गौरी शंकर सोनी उम्र 38 साल निवासी कोतमा और राजेन्द्र दिवेदी पिता लाला राम दिवेदी 53 साल खोडरी कोतमा के विरुद्ध थाना गौरेला में अपराध क्रमांक अध्यक्ष 172/23 धारा 20 क्च एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कर आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।

पांच तस्करों से 50 किलो गांजा पकड़ाया

मुंगेली में पुलिस ने पांच तस्करों से 50 किलो गांजा जब्त किया। वे सेंट्रो तथा स्वीफ्ट कार में गांजा की तस्करी कर रहे थे। दोनों कार्रवाई थाना सिटी कोतवाली एवं सरगांव पुलिस ने है।

मुंगेली पुलिस ने गांजा का परिवहन करते दो आरोपित भुनेश चन्द्राकर एवं तोरन साहू को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 30 किग्रा गांजा कीमती 15 लाख जब्त की गई। पुलिस ने धारा 20(ब) एनडीपीएस. एक्ट के तहत कार्रवाई की है। इसी प्रकार थाना सरगांव पुलिस में तीन आरोपित मोतीलाल यादव उर्फ दउवा यादव,पिंटू यादव, विनोद यादव को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 20.9 किग्रा गांजा और स्वीफ्ट कार जब्त की। पुलिस ने तीनों आरोपतों के खिलाफ धारा 20(बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्रवाइ की गई है। आरोपितों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।

झारखंड से छत्तीसगढ़ में खपाई जा रही नशीली दवा, तीन आरोपी गिरफ्तार

बलरामपुर जिले की राजपुर पुलिस ने प्रतिबन्धित नशीली दवाओं का अवैध परिवहन करते 3 लोगों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने आरोपियों के पास से नशीली दवाओं, कफ सिरफ, इंजेक्शन और टैबलेट का जखीरा बरामद किया है, जिसकी कीमत लगभग 1 लाख 76 हजार बताई गई है.जानकारी के अनुसार, राजपुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाओं का झारखण्ड के गढ़वा से अवैध परिवहन कर छत्तीसगढ़ के अन्य स्थानों पर बेचा जाता है. इस पर पुलिस ने एनएच 343 पर स्थित झींगों के सागौन जंगल के पास घेरा बंदी की. मुखबिर की सूचना के आधार पर बलरामपुर की ओर से राजपुर की ओर जा रही एक चार पहिया वाहन को पुलिस ने रोककर तलाशी ली. तलाशी के दौरान प्रतिबन्धित दवाओं को जब्त किया, जिसकी कीमत एक लाख 76 हजार रुपए बताई जा रही है। पुलिस ने चार पहिया वाहन को भी जब्त किया है, और तीनों आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की है.

ट्रेन से तस्करों को पहुंचाते थे गांजा, जीआरपी के दो आरक्षक गिरफ्तार

दुर्ग और राजनांदगांव जिले में पदस्थ जीआरपी के दो आरक्षक गांजा तस्करी का कार्य कर रहे थे। दोनों सिपाही ओडिशा के गांजा तस्करों के संपर्क में थे। वे ट्रेन से गांजा मंगवाकर कोचिया तक पहुंचाते थे। रविवार को मोहन नगर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर गांजा तस्करों के एक गिरोह को पकड़ा, जिसमें राजनांदगांव जीआरपी का एक सिपाही भी शामिल था। उसने जानकारी दी कि दुर्ग के जीआरपी के सिपाही के साथ वो गांजा तस्करी का काम करता था। आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी लगते ही दुर्ग जीआरपी का सिपाही अपना मोबाइल बंद कर फरार हो गया है। मोहन नगर पुलिस ने चारों आरोपितों के पास से 11 किलो गांजा जब्त किया है। जिसकी कीमत एक लाख 14 हजार 500 रुपये आंकी गई है। पुलिस ने सभी आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की है।

पुलिस ने बताया कि रविवार को दुर्ग रेलवे स्टेशन के पीछे सूर्या होटल के पास से आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपितों ने एक थैले के भीतर प्लास्टिक की बोरी में 11 किलो गांजा छिपाकर रखा था। गिरफ्तार किए गए आरोपितों में राजनांदगांव जीआरपी में पदस्थ सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव (34) निवासी रेलवे कालोनी दुर्ग व तीन कोचिया अजय कुमार ध्रुव (26) निवासी गांधी चौक तितुरडीह दुर्ग, अरुण कुमार यादव (29) निवासी शिव मंदिर के पास तितुरडीह दुर्ग और अजय कुमार वर्मा (30) निवासी ग्राम बम्हनी सुकुल दैहान जिला राजनांदगांव शामिल है। ्रद्यह्यश क्रद्गड्डस्र - तालाब में लगे बिजली खंभे से ग्रामीण चिंतित, मंडरा रहा खतरा पूछताछ में आरोपित सिपाही शैलेष कुमार ध्रुव ने पुलिस को जानकारी दी कि वो दुर्ग जीआरपी में पदस्थ सिपाही वसीम अहमद निवासी केलाबाड़ी दुर्ग के साथ मिलकर गांजा तस्करी की चेन चला रहा था।

आरोपित सिपाही वसीम अहमद नेे उसे पहले चार से पांच बार गांजा मंगवाकर दिया था। जिसे उसने कोचिया तक पहुंचाया था। आरोपित सिपाही ने ये भी बताया कि वे लोग ओडिशा से गांजा लाकर यहां खपा रहे थे। दूसरा सिपाही वसीम अहमद अभी भी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। बाकी के गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। जनवरी 2023 में मोहन नगर पुलिस ने जीआरपी दुर्ग के दो सिपाही विकास सिंह और शैलेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया था। ये दोनों सिपाही दुर्ग जीआरपी में पदस्थ थे और ओडिशा के गांजा तस्करों से गांजा मंगवाकर उसकी सप्लाई करते थे। इन सिपाहियों के साथ मध्यप्रदेश के भिंड जिले का रहने वाला आकाश भदौरिया नाम का युवक भी गिरफ्तार हुआ था। आकाश भदौरिया इन दोनों सिपाहियों से गांजा लेने दुर्ग आया था। उस कार्रवाई के बाद गांजा तस्करी का ये दूसरा मामला है, जिसमें जीआरपी के जवानों की संलिप्तता उजागर हुई है।

Next Story