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तीन तस्कर गिरफ्तार
दुर्ग। दुर्ग पुलिस ने नशीली दवाओं की सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 70 हजार रुपए कीमत की 9600 नशीली टेबलेट जब्त की गई है। नशे के इस कारोबार में एनडीपीएस एक्ट में कई बार जेल जा चुका अपराधी सहित वेटनरी डॉक्टर और डीपीएस स्कूल का बस चालक शामिल था। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया जाएगा। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि भिलाई नगर पुलिस को मुखबिर से 11 फरवरी को सूचना मिली थी मोनू सरदार जो कि एक साल पहले डीपीएस स्कूल की बस चलाता है वह नशे की टेबलेट लेने का आदी है। इतना ही नहीं उसने अपने पास बड़ी मात्रा में नशीली टेबलेट रखी हुई है। एसपी ने मोनू सरदार के ऊपर नजर रखने के लिए एक टीम को लगाया। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर 7 भिलाई ओवर ब्रिज के नीचे एक कार और बुलेट में कुछ लड़के खड़े हैं। उनके पास बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं हैं। उसे बेचने के लिए वो लोग ग्राहक की तलाश कर रहे हैं।
यह पता चला कि उन लड़कों में मोनू सरदार भी शामिल है। भिलाई नगर पुलिस ने तुरंत वहां घेराबंदी करके वहां से तीन लड़कों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में इन लोगों ने अपना नाम मोनू सरदार, अंकुश कुमार और शैलेष शर्मा बताया। तलाशी लेने पर इनके पास बड़ी मात्रा में नशे की टेबलेट जब्त की गईं। भिलाई नगर पुलिस ने इन आरोपियों के पास से एक सफेद रंग के थैले में भूरे रंग के कार्टून में भारी मात्रा में नशे की दवा जब्त की गई। पुलिस ने मोनू सरदार उर्फ विजय गिल के कब्जे से 11 पैकेट व बाहर खुले हुए 9 पैकेट सहित कुल 2400 नग स्पास ट्रांकेन प्लस कैप्सूल, एक मोबाइल फोन, 16300 रुपए नगद और एक बुलेट मोटरसाइकिल जब्त की। वहीं अंकुश के कब्जे से 25 पैकेट में 3600 नग स्पास ट्राकेंन प्लस नशीली कैप्सूल, कार सीजी 07 बीपी 4734, 1100 रुपए नगद व मोबाइल फोन जब्त किया। शैलेष शर्मा के कब्जे से 25 पैकेट में 3600 नग नशीला कैप्सूल, मोबाइल फोन व 1520 रुपए नगज जब्त किया। इस तरह पुलिस ने तीनों आरोपियों के पास से 70 हजार रुपए कीमत की कुल 9600 नशीली कैप्सूल जब्त किया। पकड़े गए आरोपियों ने में एलआईजी 132 हुडको सेक्टर निवासी अंकुश कुमार वेटनरी डॉक्टर है। वहीं सेक्टर 7 सड़क 37 मकान नंबर 2 डी निवासी मोनू सरदार स्कूल बस चलाता था और महन नगर थाना अंतर्गत मुकुट नगर दुर्ग निवासी शैलेष शर्मा कई बार नशे की दवा बेचने के आरोप में जेल जा चुका है और जेल के अंदर से भी उसका यह काम जारी रहता था। शैलेष ने पुलिस को बताया वो लोग इस दवा को इंडिया मार्ट वेबसाइट में सर्च करते थे। इसके बाद बाद मोतिहारी बिहार से उनका संपर्क हुआ। वहां से अधिक दाम में दवाएं उनके पास सप्लाई की जाती थीं।
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Shantanu Roy
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