साइबर सेल को किसने दी जुआ पकडऩे की जिम्मेदारी
संबंधित थाना और क्राइम स्क्वाड की क्यों कर रही अनदेखी ठ्ठ धन्ना सेठों को छोड़कर नौकरों को पकड़कर साबित कर रही जुआरी ठ्ठ मुखबिर से मिली करोड़ों के जुआ की सूचना में 42 हजार की जब्ती कैसे हुई
रायपुर (जसेरि)। राजधानी में कई इलाकों में जुआ की महफि़ल जम रही है कुछ जगहों पर पुलिस ने पिछले दिनों कार्रवाई की थी। लेकिन पुलिस के शांत होते ही जुए के अड्डों में महफि़लें जमने लगी है। शहर के बड़े होटलों में भी जुआ खिलाया जा रहा है पुलिस सिर्फ मुखबिर की सुचना पर ही कभी-कभी होटलों में दबिश देती है। कार्रवाई के बाद फिर से वहां दाव लगने शुरू हो जाते है। राजधानी में जुआरियों और सट्टेबाजों के हौसले काफी बुलंद हो चुके है। अब जुआ और सट्टा पेड़ की छाव में के बजाय महंगे होटलों में खिलाया जाता है। इसी कड़ी में सरस्वती नगर थाना क्षेत्र अंर्तगत सायबर की टीम ने होटल पिकाडेली में छापामार कार्रवाई कर तीन जुआरियों को पकड़ा। और 42 हज़ार नगद भी जब्त किया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार होटल के रूम नंबर 318 में बड़े-बड़े कारोबारी और ट्रांसपोर्टर जुआ खेल रहे थे। मगर टीम द्वारा कारोबारियों को नहीं पकड़ा गया और उनके शागिर्दों की गिरफ्तारी की गई। हालांकि पुलिस ने तीनों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
होटल में बड़े रसूखदार खेल रहे थे जुआ : होटल पिकडेली एक समय मे शहर का नंबर वन होटल था। मगर इस होटल को जुआरियों ने अपना अड्डा ही बना लिया। जुआ सट्टा आम बात है और पुलिस ऐसे जुआरियों और सटोरियों पर सिर्फ नाम मात्र के लिए ही शिकंजा कसती जा है। लेकिन वही बड़े होटलों में जुआरियों का अवैध कारोबार चले जा रहा है। शहर में पुलिस की कार्रवाई के बाद भी जुआ और सट्टेबाज सक्रिय है और शहर के कई बड़े होटलों में भी जुआ खिलाया जा रहा है। हैरानी की बात ये भी है कि पिकाडली होटल में बड़े कारोबारी ही जुआ खेलते है और जहां पुलिस आती है अपने नौकरों को वहां फसाकर खुद वहां से भाग खड़े होते है। शहर को सट्टा, जुआ के कारोबार ने पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
सायबर ने कैसे की कार्रवाई : अब सवाल ये है कि होटल में छापामार कार्रवाई थाना या सीएसपी टीम ने क्यों नहीं किया। सिर्फ सायबर की ही टीम ने वहां दबिश क्यों दी। और जुआ खेलते सिर्फ तीन ही पकड़ाए। ये बात भी किसी को हज़म नहीं हो रही। बड़े कारोबारियों ने होटल को अपना जुआ अड्डा बना लिया है। जुए के अड्डे में होटल प्रबंधन भी शंका के दायरे में है। पुलिस अफसरों का कहना है कि होटल के एक ही कमरे में दो-चार लोगों से ज्यादा को एंट्री नहीं दी जाती है, लेकिन यहां पर एक कमरे में बड़े कारोबारी लोग कैसे पहुंचे। जिस व्यक्ति के नाम से कमरा बुक किया था, वह कमरे में ही नहीं मिला। राजधानी में जुआ-सट्टा संचालित करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि राजधानी पुलिस का खौफ भी नहीं है। जिले के ज्यादातर गली-मुहल्ले में खुलेआम सट्टा-जुआ का धंधा चल निकला है। यह कारोबार जिले के आसपास के क्षेत्र में फल-फूल रहा है। राजधानी में सट्टा खाईवालों की फौज खड़ी हो गई है। सूत्र बताते हैं कि शहर में कई ऐसे स्थान हैं, जहां शाम होते ही महफिल सज जाती है। माना जा रहा है कि राजधानी में रोजाना लाखों रुपये का सट्टा और जुआ खेला जा रहा है। सूत्रों की मानें तो राजधानी में कई ऐसी जगहों में जुआ संचालित हो रहा है।
टीआई ने दिया ये बयान
सरस्वती नगर थाना प्रभारी ने बताया कि होटल पिकाडली में तीन जुआरी जुआ खेलते पकड़ाए। जिनके पास से 42 हज़ार नगद ज़ब्त किया गया है। तीनो जुआरियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। और होटल प्रबंधन के खिलाफ भी जुआ एक्ट साथी के तहत कार्रवाई की गई है।