छत्तीसगढ़

जुए और सट्टे की खेती गांव-गांव तक फ़ैली...ब्याज और सुदखोर लालम लाल

Admin2
22 Nov 2020 3:56 PM GMT
जुए और सट्टे की खेती गांव-गांव तक फ़ैली...ब्याज और सुदखोर लालम लाल
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रायपुर। राजधानी में जुआ का कारोबार तेज़ी से बढ़ते जा रहे है। आए दिन पुलिस ने अपनी तर्ज पर कार्रवाई करती जा रही है। वहीं तिल्दा, माठ, बंगोली, भैसा, सारागांव, नेवरा, खरोरा, मोहरंगा, मोहभट्ठा में बड़ी संख्या में जुआरी एकजुट होकर लाखों रूपये का फड़ लगा रहे हैं और सैकड़ों की संख्या में लोग एकजुट होकर जुआ खेलने में लगे हुए हैं। जुए के दाव में भी छुटभैय्या नेताओं के खिलाडी (गुर्गे) ताश की पत्तियों का कमाल दिखाना नहीं छोड़ते और हर गली कूचे में जुए का अड्डा बना देते है। देखा जाये तो पुलिस भी ऐसे जुआरियों पर कार्रवाई कर रही है मगर जुआरी भी जुआ खिलाने से बाज नहीं आ रहे है। युवाओं के द्वारा बाहर से जुआरी बुला कर जुआ का फड़ लगाया जाता है। बाहर से आये जुआरियों के लिये यहां बकायदा खाना के साथ ही शराब की भी व्यवस्था की जाती है। बाहर से आये जुआरी जुआ के साथ जमकर जाम भी छलकाते हैं और जुआ के फड़ में जमकर गाली गलौज भी होती है।

छुटभैय्या नेताओं को अपने ब्याज की रकम का वसूली की गारंटी किसान के धान बेचने से आई रकम का इंतज़ार।

फड़ पर जुआरी सारी रात ताश के पत्तों पर नोटों की बारिश करते रहते है। हारने वालों को फड़ पर पैसे की कमी नहीं रहती। जुआ खेलने वालों को तत्काल कर्ज पर पैसा देने वाले भी मौजूद होते है। हारे हुए जुआरी के मुंह खोलते ही वह जुआ खेलने के लिए धन मुहैया कराता है। ग्रामीण इलाके में छुटभैय्या नेताओं द्वारा ही लोगों को जुआ खिलाया जा रहा है। और इसके पीछे भी एक कारण है कि अब धान की कटाई करने और मंडियों में उन धानों को बेचने का समय आया है तो छुटभैय्या नेता अपने गुर्गों की मदद से जुए में पैसा दोगुना कराने के लिए किसानों को बुलाते है और एक बड़े जुए के दाव में फसाकर उनको ब्याज का लालच देते है जिससे किसान अपने कटाई की हुई धान का सौदा ब्याज रकम के बदले कर देता है। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक फड़ पर जुआरियों के लिए सभी तरह की खान-पान की व्यवस्था संचालक द्वारा ऊंची कीमत लेकर की जाती है। संचालक द्वारा यहां पहुंचे जुआरियों के लिए मटन, मुर्गा सहित नशा करने वालों के लिए बीड़ी, सिगरेट, पान, गुटखा सहित शराब की व्यवस्था की जाती है। हालांकि इसके लिए जुआरियों से अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। साथ ही यहां लग रहे फड़ की जानकारी सार्वजनिक न हो सके, इसके लिए मौके से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर उनके मुखबीर तैनात रहते हैं, ताकि फड़ पहुंचे जुआरियों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। सूत्रों के मुताबिक फड़ पर बैठे कुछ जुआरी तो अपने बीवी के गहने भी दांव पर लगा देते है। अगर दाव की बात करे तो शहर के मुकाबले गांव में हुए जुए पर दो-तीन करोड़ से अधिक का दांव लगता है।

खरोरा में हुई कार्रवाई : रायपुर के खरोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम आलेसुर खार में रुपये पैसे का दांव लगाकर कट पत्ति जुआ खेलते 9 जुआरियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 52 पत्ती ताश व 23480 रुपये नगदी जुआ रकम बरामद किया है। आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 393/2020 धारा 13 जुआ अधिनियम तहत अपराध पंजीबध्द कर कार्यवाही किया गया। आरोपियों के नाम ये है 1. कमल जांगड़े पिता प्रेम जांगड़े आयु 27 वर्ष निवासी भेजरीडीह 2. संजय चौधरी पिता कपिल देव, 49 वर्ष निवासी रायपुर 3. नंद कुमार पिता गंधु सेन 45 वर्ष निवासी सिर्री 4. पंचराम साहू पिता जयराम आयु 63 वर्ष निवासी नहरडीह 5. सोहनलाल साहू पिता जगमोहन 46 वर्ष निवासी दोर्दकला 6. सुखदेव डहरिया पिता लीलाराम 40 वर्ष निवासी परसदा 7. कल्याण डहरिया पिता केशवराम 55 वर्ष निवासी परसदा 8. देवेंद्र टंडन पिता फागुराम आयु 34 साल निवासी मोवा व 9. कांता वर्मा पिता विमल कुमार आयु 35 वर्ष निवासी आलेसुर को पकड़ा गया।


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