जुआरियों की दिवाली तक हर रोज सजेगी महफिल, नामचीन जुआरियों ने डाला डेरा
- राजधानी के बड़े जुआरी बने सट्टा किंग और खाईवाल
- सट्टा, गांजा, नशीली टेबलेट के बाद अब डॉन ने जुआ अड्डा भी खरीद लिया
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। शहर के डॉन ने अब एक नया जुआ अड्डा भी खरीद लिया है। सट्टा, गांजा, नशीली टेबलेट के बाद अब जुआ अड्डा भी खरीद लिया है। सूत्रों के मुताबिक डॉन ने राजू स्टील के घर पर ही जुआ का नया कारोबार शुरू कर दिया है। कालीबाड़ी इलाके में ना तो पुलिस कभी जाती है और ना ही डॉन के इलाके में घुसकर उसके धंधों पर रोक लगाती है। पुलिस ने नए कप्तान को खुश करने के लिए शहर के डॉन को गिरफ्तार किया था जिसके बाद जमानती धाराओं और छुटभैय्या नेताओं के राजनीतिक दबाव से डॉन को जमानत मिल गई। अब डॉन ने राजू स्टील के घर पर ही अपना नया धंधा शुरू कर दिया है। रोजाना लाखों में जुआ खिलाया जाता है शहर भर के जुआरी राजू स्टील के घर अपनी किस्मत आजमाने पहुंच जाते है।
शहर के प्रमुख जुआ अड्डा : राजू स्टील का घर अब पूरी तरह से जुए का फड़ बन गया है, जुआ माफियाओं ने अपना अड्डा नेहरू नगर, तेलीबांधा गली नंबर 5, तेलघानी नाक, रामसागरपारा नयापारा, संतोषी नगर, बंजारी चौक, लाखे नगर, पुराना और नए बस स्टैंड के आसपास का क्षेत्र, राजातालाब, पंडरी के अलावा अन्य जगहों पर फैलाते हुए अवैध कारोबार शुरू कर दिया है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश भर के जुआरी किस्मत आजमाने अब दिवाली तक राजधानी में डेरा डाल दिए है। जिसके चलते पॉश कालोनियों से लेकर स्लम बस्तियों में जुआरियों ने ठिहा खरीद लिया है। पुलिस की लगातार कार्रवाई से शहर में जुआरियों के हौसले पस्त हो गए थे, लेकिन अब वर्तमान में फिर से शहर में एक बार फिर जुआ माफिया सक्रिय हो गए है। डॉन ने राजू स्टील के घर पर ही अपना धंधा शुरू कर दिया है।
बड़े जुआरी अब सट्टा के बड़े खाईवाल बन गए : राजधानी के बड़े जुआरी अब सट्टा किंग और बड़े खाईवाल बन गए है। आईपीएल शुरू होते ही बुकीज से मिलकर क्रिकेट के बड़े रकम की खाईवाली राजदानी में ही कर रहे है। कई इलाकों में जुआ की महफि़ल जम रही है, पुराने अड्डों पर पुलिस ने कु छ दिन कार्रवाई की थी। शहर के बड़े होटलों में भी जुआ खिलाया जा रहा है । पुलिस सिर्फ मुखबिर की सूचना पर ही कभी-कभी होटलों में दबिश देती है। कार्रवाई के बाद फिर से वहां दाव लगने शुरू हो जाते है। पुलिस की कालोनियों के आस-पास जुआरियों का अवैध कारोबार चले जा रहा है। शहर में पुलिस की कार्रवाई के बाद भी जुआ सक्रिय है और शहर के कई बड़े होटलों में भी जुआ खिलाया जा रहा है। हैरानी की बात ये भी है कि पुलिस लाइन में भी जुआ खिलाया जा रहा है। पुलिस लाइन को सट्टा, जुआ के कारोबार ने पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है।
जुआरियों के हौसले बुलंद:राजधानी में जुआ-सट्टा संचालित करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि राजधानी पुलिस का खौफ भी नहीं है। जिले के ज्यादातर गली-मुहल्ले में खुलेआम सट्टा-जुआ का धंधा चल निकला है। यह कारोबार जिले के आसपास के क्षेत्र में फल-फूल रहा है। राजधानी में सट्टा खाईवालों की फौज खड़ी हो गई है। सूत्र बताते हैं कि शहर में कई ऐसे स्थान हैं, जहां शाम होते ही महफिल सज जाती है। माना जा रहा है कि राजधानी में रोजाना लाखों रुपये का सट्टा और जुआ खेला जा रहा है। सूत्रों की मानें तो राजधानी में कई ऐसी जगहों में जुआ संचालित हो रहा है।
बड़े-बड़े जुआरियों का फड़ में आना-जाना :शहर में संचालित जुए के फड़ में दांव लगाने के लिए बड़े-बड़े जुआरियों का आना जाना लगा रहता है। जुए के बढ़ते व्यापार से शहर में आपराधिक वारदातों में इजाफा हुआ है। जुआ माफिया द्वारा संचालित किए जाने वाले जुएं के फड़ में आने वाले जुआरियों को सुरक्षित माहौल मुहैया करवाने के नाम पर रुपये लिए जाते हैं। यह रकम जुआरियों से वसूली जाती है। यही नहीं कारोबारी जुए में हारने वाले जुआरियों को मोटे ब्याज पर कर्ज भी मुहैया करवाते हैं। इसी के तहत उधार रुपये देकर मोटे ब्याज में फंसा लिया जाता है, कुछ ही दिनों ने ब्याज मूल रकम से भी ज्यादा हो जाता है, कुछ लोग रकम न चुका पाने व माफिया की प्रताडऩ़ा से तंग आकर आत्मघाती कदम उठा लेते है।
जब जब सूचना मिलती है पुलिस तत्परता से कार्रवाही करती है। जमानती धाराओं से आरोपी छुुट जाते हैं। इस पर पुलिस क्या कर सकती है।
प्रशांत अग्रवाल, एसपी रायपुर