छत्तीसगढ़। गरीब परिवारों में सबसे पहली चिन्ता परिवार के हर सदस्य को भरपेट भोजन देने की होती है। ऐसा ही एक परिवार कांकेर जिले के दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के ग्राम दमकसा निवासी रामप्यारी का है, लेकिन अंत्योदय राशन बनने से अब उनकी राशन की चिन्ता दूर हो गई है। कोविड महामारी संकट काल में भी गरीब और जरूरतमंद परिवारों को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अंत्योदय के साथ ही बीपीएल राशन कार्डधारियों को नवम्बर माह तक निःशुल्क राशन वितरण करने का निर्णय लेकर गरीब परिवारों को राहत पहंुचाई है। इससे गरीब परिवारों को बहुत राहत मिली है।
श्रीमती रामप्यारी के परिवार को प्रतिमाह निःशुल्क 35 किलोग्राम और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 25 किलोग्राम अर्थात 60 किलोग्राम राशन मिलने लगा है। वे बताती है कि मेरा राशन कार्ड जब से बना हैै, तब से मेरे परिवार को जीवन यापन में बड़ी राहत मिली है। अंत्योदय राशन कार्ड ग्राम पंचायत के द्वारा सर्वे करने के पश्चात दिया गया है। मेरे परिवार में पति अजय दुग्गा, दो बेटा एवं एक बेटी हैं। अति गरीब श्रेणी में आने की वजह से ग्राम पंचायत के माध्यम से अंत्योदय राशन कार्ड दिया गया है, तब से मैं राशन के लिए चिंतामुक्त हो गई हूं। उन्हांेने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हमारे जैसे लाखों गरीब परिवारों के लिए संकट काल में मसीहा बन कर आयें है, उनके निर्णय से प्रदेश के गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहा है।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में हर व्यक्ति तक भरपेट भोजन की पहुंच हो और कोई व्यक्ति भूखा न रहें इसके लिए खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम लागू किया गया है। छत्तीसगढ़ की सार्वजनिक वितरण प्रणाली ने इस व्यवस्था को मजबूत बनाया है, जिससे हर परिवार तक भरपेट भोजन की पहुंच सुनिश्चित हुई है। खाद एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम एवं छत्तीसगढ़ सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत कांकेर जिले में जारी राशन कार्ड 01 लाख 77 हजार 560 है, जिसमें अंत्योदय के 34 हजार 818, निराश्रित के 356, अन्नपूर्णा के 112, प्राथमिकता वाले 01 लाख 15 हजार 903, निःशक्तजन के 220, बीपीएल के 01 लाख 51 हजार 409 और एपीएल के 26 हजार 151 को राशन वितरण किया जा रहा है।