छत्तीसगढ़

बर्तन के बोझ से मिली आजादी, अब इस गांव के हर घर को मिलने लगा पानी

Nilmani Pal
1 Sep 2022 12:28 PM GMT
बर्तन के बोझ से मिली आजादी, अब इस गांव के हर घर को मिलने लगा पानी
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मुंगेली। आजादी के अमृत महोत्सव के इस स्वर्णिम दौर में किसी दूरस्थ गांव के लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी मिल जाए तो यह पानी किसी अमृत से कम नहीं। मुंगेली विकासखण्ड के ग्राम पंचायत झलियापुर के आश्रित ग्राम जुनवानी में रहने वाले लोगों के लिए पीने की स्वच्छ एवं साफ पानी की बड़ी समस्या थी। गांव में मात्र एक ही हैंडपंप था, गर्मी के दिनों में अक्सर पानी नहीं निकलता था। गाँव के लोगों की मजबूरी थी। बारिश या भीषण गर्मी में मजबूर होकर गाँव की महिलाओं को इस जिले के बाहर दूसरे जिले के सीमावर्ती ग्राम सोनपुरी जाकर बड़े-बड़े बर्तन में पेयजल के लिए पानी लाना पड़ता था, जो किसी जद्दोजहद से कम नहीं थी। ऐसे समय में जल जीवन मिशन द्वारा सार्थक कदम उठाया गया। जल जीवन मिशन योजना के तहत घर-घर में नल लगाया गया है, जिसके फलस्वरूप हर घर को साफ पानी मिलने लगा है, जो ग्रामवासियों के लिए किसी अमृत से कम नहीं है। गाँव के लोगों को जैसे आजादी के इस अमृत महोत्सव काल में बर्तन के बोझ से आजादी मिल गई है।

गांव की 60 वर्षीय रनिया निषाद बताती है कि पानी लाने के लिए उन्हें लम्बी दूरी तय करनी पड़ती थी। गाँव की महिलाओं को सीमावर्ती बेमेतरा जिले के सोनपुरी गाँव जाकर पानी भरना पड़ता था। गाँव की शिवकान्ति और कृष्णा निषाद ने बताया कि पानी के लिए बारिश और गर्मी के दिनों में सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती थी। बारिश में दूर तक चलना और सिर पर पानी के बर्तन को उठाकर लाना बहुत ही कठिन काम था, अब जल जीवन मिशन से पानी मिलने लगा है तो उनकी एक बड़ी परेशानी दूर हो गई है। गाँव के ही बलराम सिंह ने बताया कि पीने के पानी के अलावा अन्य दैनिक जरूरतों के लिए भी पानी की आवश्यकता होती है। गाँव में एक हैंडपंप था, जिससे गर्मी के दिनों में पानी निकलना बंद हो जाता था। अब जल जीवन मिशन योजना से गांव के घर-घर में पानी मिलने से सबको बड़ी राहत मिली है। अब गांव के लोग नल से पानी आने के बाद अपनी जरूरतों के हिसाब से पानी भर कर रख लेते हैं और जरूरतों के हिसाब से ही पानी का उपयोग करते हैं।

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