छत्तीसगढ़

निजी हॉस्पिटल में निःशुल्क हुआ इलाज, 13 वर्षीय किशोरी को सर्जरी के बाद मिली राहत

Nilmani Pal
3 July 2022 4:24 AM GMT
निजी हॉस्पिटल में निःशुल्क हुआ इलाज, 13 वर्षीय किशोरी को सर्जरी के बाद मिली राहत
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रायपुर। दो वर्ष की उम्र से सीढ़ी से गिरने के बाद कुल्हे की हड्डियों में समस्या शुरू हो गई थी। आर्थिक तंगी 11 वर्षों तक इलाज में रोड़ा बनी रही। श्री नारायणा अस्पताल में निश्शुल्क जटिल सर्जरी की गई। पाटन क्षेत्र के बोरिंदा निवासी रेशमा की मां पेमिन पाल की आंखों में उस उक्त खुशी के आंसू दिखे, जब सफल सर्जरी के बाद आपरेशन थिएटर से 13 वर्षीय रेशमा मुस्कुराते हुए बाहर निकली।

पेमिन ने बताया कि रेशमा 11 वर्षों से चल नहीं पा रही थी। सीढ़ी से गिरने की वजह से कुल्हे में समस्या (सेप्टिक अर्थराइटिस) थी। पैर छोटे-बड़े हो गए थे। आर्थिक तंगी की वजह से इलाज नहीं करा पा रही थी। कुछ दिन पहले एक परिचित ने बताया कि श्री नारायणा अस्पताल में हड्डियों से जुड़ा निश्शुल्क इलाज होगा। अस्पताल आने पर निश्शुल्क आपरेशन के साथ दवाओं का खर्च भी दिया गया। बता दें श्री नारायणा अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर व हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. सुनील खेमका ने तीन दिनों में 50 जटिल हड्डी रोगियों के निश्शुल्क आपरेशन का संकल्प लिया है ताकि गरीब मरीजों को राहत मिल सके। इसमें डा. सुनील खेमका ने अपनी टीम के साथ दो दिनों में 38 सर्जरी कर चुके हैं। वहीं, एक से तीन जुलाई तक चलने वाले शिविर में रविवार को 12 हड्डी रोगियों का निश्शुल्क इलाज होगा।

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