तहसीलदार की शिकायत पर जालसाज गिरफ्तार, सरकारी जमीन के दस्तावेज में हेराफेरी का मामला

बिलासपुर। चिल्हाटी स्थित 11 एकड़ 20 डिसमिल सरकारी जमीन को दस्तावेज में कांटछाट कर अपने नाम पर कराने की कोशिश करने वाले को सरकंडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में तत्कालीन तहसीलदार ने 2015-16 में शिकायत की थी। तहसीलदार की शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने छह साल जांच के बाद जुर्म दर्ज किया है। तोरवा क्षेत्र के हेमूनगर में रहने वाले भोंदूदास मानिकपुरी ने 2015-16 में तहसीलदार के न्यायालय में अपनी जमीन के दस्तावेज में नाम सुधरवाने के लिए आवेदन किया था।
एसडीएम कार्यालय में जांच के दौरान पता चला कि लगरा और चिल्हाटी के आवेदित जमीन दस्तावेज में सरकारी है। इस पर मामले को जांच के लिए भेज दिया गया। जांच में पता चला कि भोंदूदास ने अन्य लोगों की मदद से फर्जी दस्तावेज के माध्यम से सरकारी जमीन को कब्जा करने कोशिश की है। इसके लिए उसने न्यायालय में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए है। इस पर आइजी ने जांच टीम गठित कर मामले की जांच का आदेश दे दिया। छह साल चली जांच के बाद सरकंडा पुलिस ने मामले में जुर्म दर्ज किया है। आरोपित भोंदूदास को रविवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है।