6 लोगों के साथ धोखाधड़ी, बैंक के पूर्व मैनेजर को भी पुलिस ने बनाया आरोपी
राजनांदगांव। खैरागढ़ जिले के दूरस्थ इलाकों के आधा दर्जन ग्रामीणों के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मोहगांव पुलिस ने धोखाधड़ी के 4 मामलों में 15 लाख रुपए की ठगी के मामले में अपराध दर्ज किया है। वहीं गंडई स्थित भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व मैनेजर भी ग्रामीणों को छलने के मामले में आरोपी बनाया गया है। चारों प्रकरण में लोन गंडई ब्रांच से संबंधित है। आश्चर्य की बात है कि दो युवकों ने ग्रामीणों को धोखे में रखकर हेराफेरी की। शिकायत के बाद पुलिस ने 420 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक मोहगांव थाना के पैलीमेटा के रहने वाले ललित शर्मा, निखिल श्रीवास्तव ने अलग-अलग गांव के ग्रामीणों को धोखे में रखकर स्टेट बैंक से ऋण दिलाया। जिसमें एक मामले में लमरा गांव के रहने वाले लतमार निर्मलकर को आरोपियों ने षडयंत्र पूर्वक केसीसी ऋण दिलाने के नाम पर 4 लाख रुपए का चूना लगाया। वहीं लमरा क्षेत्र के दर्जनभर से ज्यादा ग्रामीणों के साथ आरोपियों ने धोखाधड़ी की। आरोपियों ने ग्रामीणों का भोलेपन का फायदा उठाते लाखों रुपए डकार लिए।
दूसरे प्रकरण में लमरा गांव की रहने वाली देवकी निर्मलकर से 5 लाख 20 हजार रुपए फिक्स्ड डिपाजिट करने के नाम पर ठगी की गई। जिसमें गंडई ब्रांच के एसबीआई के कर्मचारी की मिलीभगत सामने आई है। इधर आरोपी ललित शर्मा ने सियाराम गोंड के साथ भी अपने एक साथी के साथ जीवन गोड के साथ मिलकर 3 लाख 98 हजार रुपए को हड़प लिया। इस प्रकरण में तत्कालिन शाखा प्रबंधक अरविंद कुमार ने भी आरोपियों का साथ दिया। अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मुख्य आरोपी फरार है।