बिश्रामपुर। गुरुकुल विद्या आश्रम की आड़ में एनजीओ द्वारा विभिन्न प्रशिक्षणों के नाम पर 1850 लोगों से करीब सवा करोड़ रुपये के धोखाधड़ी करने के मामले में फरार दो और आरोपितों को कोतवाली पुलिस ने बिलासपुर में दबिश देकर गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है। मामले में पूर्व में चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आधा दर्जन से अधिक अन्य आरोपितों की तलाश जारी है। पूरे मामले में एसपी रामकृष्ण साहू स्वयं मानिटरिंग कर रहे हैं। बता दे कि करीब दो माह पूर्व सूरजपुर जिले समेत नजदीकी जिलों में एक एनजीओ के नाम पर कंप्यूटर शिक्षा सहित सिलाई ट्रेनिंग, वर्मीवाश व अन्य कार्यों का प्रशिक्षण देने के नाम पर 1850 लोगों से एक करोड़ 22 लाख 75 हजार रुपये की ठगी का मामला प्रकाश में आया था।
ठगी के शिकार लोगों ने बताया कि एनजीओ ने कर्मचारियों की नियुक्ति हर जिला, शहर, पंचायत में की थी। इस पर उनको प्रतिमाह वेतन देने का झांसा दिया गया था, लेकिन संस्था गठन के छह माह बाद भी वेतन भुगतान नहीं किया गया है और न ही हितग्राहियों को रोजगार दिया गया। जितने भी हितग्राही सिलाई, वर्मीवश व कंप्यूटर शिक्षा के लिए रुपए जमा किए हैं। उनमें से किसी को भी प्रशिक्षण, रोजगार उपलब्ध नहीं कराया गया। रुपए वापस करने की बात करने पर टाल-मटोल किया जा रहा है। उन्होंने कर्ज लेकर संस्था को रुपए दिए थे। ठगी के शिकार लोगों से डोनेशन के नाम पर बेड सीट व साड़ी तक बिकवाई गई है।