सीएम भूपेश ने विस में कहा- देश विरोधी गतिविधियों में शामिल लोग बख्से नहीं जाएंगे
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। रायपुर पुलिस ने चार खालिस्तान समर्थकों हरप्रीत सिंह, दिलेर सिंह, मनिन्दर सिंह, हरविंदर सिंह को गिरफ्तार किया है। चारों की धारा 147,153,505 के तहत हुई गिरफ्तारी की गई है। बता दें बीते दिन बुधवार को यहां पंजाब में अमृतपाल सिंह पर कार्रवाई किए जाने के विरुद्ध खालिस्तान समर्थकों ने रैली निकालकर देश विरोधी नारेबाजी की थी। खाालिस्तान समर्थक इन सिखों ने तेलीबांधा गुरुद्वारा से रैली निकालकर पंचशील नगर स्थित आम आदमी पार्टी के कार्यालय पर प्रदर्शन किया था। वहीं विधानसभा में भाजपा ने यह मुद्दा उठाया तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सदन से सख्त संदेश दिया। मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि राज्य में देश विरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मुख्यमंत्री के इस सख्त संदेश के बाद पुलिस हरकत में आई।
दरअसल, थाना सिविल लाइन क्षेत्र में सिख समाज के कुछ लोगों द्वारा बिना अनुमति अमृतपाल सिंह के समर्थन में रैली निकाली गई थी। रायपुर पुलिस द्वारा उक्त तथ्य को संज्ञान में लेते हुए घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों एवं इस संबंध में रैली में सम्मिलित कुछ व्यक्तियों द्वारा दिये गये विडियों बाइट का अवलोकन करने पर तथ्य सही पाया गया। दिलेर सिंह रंधावा, मनिंदरजीत सिंह उर्फ मिन्टू, हरविंदर सिंह सन्धू उर्फ हरिन्दर सिंह खालसा, हरप्रीत सिंह रंधावा उर्फ चिन्टू एवं अन्य द्वारा यह रैली निकाली गई थी। उक्त कृत्य से लोक शांतिभंग होने की संभावना के मद्देनजऱ और वीडियो इत्यादि से प्राप्त जानकारी के आधार पर थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 180/23 धारा 147, 153(ए), 504, 505(1)(बी) भादवि. का अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही किया गया। 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
बता दें छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को रायपुर में खालिस्तान समर्थक रैली का मुद्दा गूंजा। शून्यकाल में विधायक अजय चंद्राकर ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में रायपुर में रैली निकालने का मुद्दा उठाया। विधायक चंद्राकर ने इसे लेकर सरकार से जवाब मांगा और मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। देशद्रोही खालिस्तान समर्थक राजधानी रायपुर में सक्रिय होने का आरोप लगाया। प्रदेश में अराजक घटनाओं का बढ़ाने और पुलिस के द्वारा संज्ञान नहीं लेने का आरोप लगाया था।
ये हैं मामला : गौरतलब है कि राजधानी रायपुर के श्यामनगर तेलीबांधा निवासी दिलेर सिंह रंधावा समेत सिख समाज के 50-60 लोगों द्वारा तेलीबांधा गुरुद्वारा से पंचशील नगर तक बिना किसी अनुमति के बुधवार की शाम रैली निकाली गई थी। रैली में शामिल लोगों को सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने नोटिस जारी कर गुरुवार की सुबह 11 बजे तक जवाब देने के लिए निर्देशित किया है। बता दें कि पंजाब में अमृतपाल सिंह के विरुद्ध हो रही कार्रवाई के विरोध में बिना किसी पूर्व सूचना के रैली निकाली गई थी। समुदाय के लोगों ने आम आदमी पार्टी के कार्यालय के सामने पुतला दहन कर नारेबाजी भी की थी।
गुरुद्वारा प्रमुख हरकिशन बोले- समाज खालिस्तान की मांग करने वालों का समर्थन नहीं करता : खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के समर्थन में रैली निकालने का मामला गरमा गया है. गुरुद्वारा तेलीबांधा के द्वारा पत्र जारी कर खालिस्तान की मांग करने वाले किसी भी संगठन या व्यक्ति विशेष का समर्थन नहीं करने की बात कही है. वहीं मामले को गरमाता देख पुलिस तेलीबांधा गुरुद्वारा के पास एक घंटे से तैनात है. सिख समाज के लोगों एवं पुलिस के बीच बातचीत का दौर जारी है. जानकारी के अनुसार पुलिस, रिंकू और दिलेर सिंह को लेने पहुंची है. गुरुद्वारा धान-धान बाबा बूढा साहेब जी, तेलीबांधा के प्रमुख हरकिशन सिंह ने बयान जारी कर कहा कि, सिख समाज सेवा और परिश्रम में विश्वास रखने वाला समाज है. समाज खालिस्तान की मांग करने वाले किसी भी संगठन या व्यक्ति विशेष का समर्थन नहीं करता है, और इस तरह की मांग की समाज कड़ी निंदा करता है।
आगे उन्होंने कहा, पंजाब में जो बेकसूर मजदूर गरीबों पर जो कार्रवाई हो रही है, उसको लेकर हमने आवाज उठाई है.इसको ख़ालिस्तान से जोडऩा बहुत गलत है. सिख समाज सेवा और परिश्रमों में विश्वास रखने वाला समाज है. छत्तीसगढ़ का सिख समाज भी भारत के संविधान में पूरी आस्था रखता है. छत्तीसगढ़ के विकास और निर्माण में अपना पूरा सक्रिय योगदान दे रहा है. प्रदेश के भाईचारा और एकता में पूरी आस्था है.
सदन में गूंजा अमृतपाल के समर्थन में रैली का मुद्दा: विपक्ष ने सरकार से मांगा जवाब
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को रायपुर में खालिस्तान समर्थक रैली का मुद्दा गूंजा। शून्यकाल में विधायक अजय चंद्राकर ने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में रायपुर में रैली निकालने का मुद्दा उठाया। विधायक चंद्राकर ने इसे लेकर सरकार से जवाब मांगा और मुख्यमंत्री से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। देशद्रोही खालिस्तान समर्थक राजधानी रायपुर में सक्रिय होने का आरोप लगाया। प्रदेश में अराजक घटनाओं का बढ़ाने और पुलिस के द्वारा संज्ञान नहीं लेने का आरोप लगाया।
खालिस्तान समर्थन में लंदन के बाद रायपुर में प्रदर्शन : देश विरोधी खालिस्तानियों के द्वारा भय का माहौल बनाया गया। इस पर मुख्यमंत्री का जवाब आना चाहिए। खालिस्तान समर्थक रायपुर के तेलीबांधा तालाब के पास तक पहुंच गए पुलिस को पता ही नहीं। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के समर्थन में लंदन के बाद रायपुर में प्रदर्शन हो रहा है। विपक्ष ने सदन में की नारेबाजी: खालिस्तान समर्थकों की रैली के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के जवाब को लेकर विपक्ष अड़ गया और सदन में नारेबाजी करने लगे। विपक्ष के हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित दी गई। सरकार की तरफ से मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन को बताया कि देश विरोधी गतिविधियों में जो लिप्त होगा हम उसका विरोध करेंगे। देश विरोधी गतिविधियों को सिर उठाने नहीं दिया जाएगा। केवल राजनीति के लिए आरोप लगाया जा रहा है।
अजय चंद्राकर ने मंत्री चौबे से पूछा, इस पर आप लोग क्या किए प्रदर्शन करके वह लोग निकल गए। भाजपा विधायक शिवरत्न शर्मा ने कहा, देश विरोधी ताकतें बढ़ रही हैं। बीजेपी विधायक रंजना साहू ने आरोप लगाते हुए कहा, आपके सरकार अपने आप को समझती क्या है। अपराधी बेखौफ हैं, देशद्रोही सर उठा रहे हैं और सरकार कुछ कर नहीं रही। विपक्ष ने इस मसले पर काम रोको प्रस्ताव के जरिए चर्चा कराने की मांग की।
अमृतपाल के समर्थकों को पुलिस का नोटिस: बुधवार को रायपुर शहर में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में निकाली गई रैली का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। गुरुवार को यह मुद्दा विधानसभा में भी उठा। भारतीय जनता पार्टी के विधायक बृजमोहन अग्रवाल, धरमलाल कौशिक और विधायक धर्मजीत सिंह ने रायपुर में देश विरोधी गतिविधियां बढऩे के दावे के साथ पुलिस के विफल होने के आरोप सरकार पर लगाए। दूसरी तरफ खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में रैली निकालने वालों को पुलिस ने नोटिस जारी किया है,अब रैली का आयोजन करने वालों के सुर भी बदल चुके हैं।