
रायपुर। छत्तीसगढ़ में पुलिस महानिदेशक रह चुके संत कुमार पासवान चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ जुड़ गए हैं। प्रशांत किशोर एक जन सुराज अभियान चला रहे हैं जिसका 2 मई को 1 साल पूरा हुआ है। किशोर ने बिहार के 7 जिलों की लगभग 3000 किलोमीटर की दूरी तय की है।
वे बाकी 30 जिलों में भी पदयात्रा करने जा रहे हैं। वे अपने अभियान में आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, अधिवक्ता और विभिन्न व्यवसाय से जुड़े लोगों को शामिल कर रहे हैं। रविवार को उनके जन सुराज अभियान में संत कुमार पासवान भी शामिल हो गए। वे 12 साल पहले छत्तीसगढ़ के महानिदेशक, जेल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। पासवान 1978 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ के अनेक जिलों में पुलिस अधीक्षक और आई जी के तौर पर काम किया। बस्तर में पदस्थ रहते हुए माओवाद की हिंसा का भी उन्होंने मुकाबला किया है।
बता दें कि प्रशांत किशोर के जनसुराज अभियान से भारतीय प्रशासनिक सेवा के छह पूर्व अधिकारी भी जुड़ गए थे. छह पूर्व आईएएस अधिकारी 2 मई को पीके के जनसुराज के साथ जुड़ गए थे. पीके के जनसुराज से जुड़ने वाले पूर्व आईएएस अधिकारियों में अजय कुमार द्विवेदी, अरविंद कुमार सिंह, ललन यादव, तुलसी हजार, सुरेश शर्मा और गोपाल नारायण सिंह के नाम शामिल हैं.
गौरतलब है कि प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर 2022 से जनसुराज पदयात्रा पर निकले हैं. जनसुराज के राजनीतिक पार्टी में तब्दील होने को लेकर प्रशांत किशोर ने अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है लेकिन जिस तरह से वे नीतीश कुमार समेत सभी राजनीतिक दलों पर हमले कर रहे हैं. उसे इस बात के संकेत माना जा रहा है कि पीके जनसुराज को राजनीतिक पार्टी में तब्दील करेंगे.