दुर्ग। नेत्रदान के इतिहास में 12 दिसंबर का दिन यादगार रहा पहली बार एक ही दिन में तीन नेत्रदान सम्पन्न हुए श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज की टीम ने सर्वप्रथम मध्य रात्रि श्री प्रहलाद कुमार तिवारी जी के पद्मनाभपुर निवास से कॉर्निया कलेक्ट किये, दोपहर गुरुनानक नगर निवासी श्री किशनलाल भागवानी जी एवं संध्या स्टेशन रोड निवासी श्री सुरेश चंद्र जी बाकलीवाल जी के कॉर्निया कलेक्ट कर सुरक्षित किए।
प्रह्लाद कुमार तिवारी निधन के पश्चात पुत्र रियर एडमिरल अतुल तिवारी,जिला शिक्षण समिति के अध्यक्ष प्रवीण तिवारी, पुत्री डॉ अनुपमा दुबे,पुत्र वधु ममता तिवारी ,पूर्णिमा तिवारी, पौत्र यशस्वी, ओजस्वी ,तेजस्वी ने आपसी विचार विमर्श कर नेत्रदान का निर्णय लिया। किशनलाल भागवानी के पुत्र अशोक कुमार , अमर लाल,चन्दर भगवानी ,पुत्री मंत्रा,बहु मोनिका,राजकुमारी व् सुनीता ने नेत्रदान हेतु सहमति दी।
सुरेश चंद्र बाकलीवाल की पत्नी देवकी जैन,पुत्र सचिन ,सावन जैन , पुत्री सारिका जैन बहु श्वेता,प्रिया जैन व् दामाद सोहन जैन ने नेत्रदान हेतु सहमति दी एवं तीनो परिवारों के सदस्यों की सहमति से नेत्रदान सम्पन्न हुए। हरमन दुलई ने कहा पहली बार एक दिन में तीन नेत्रदान से 6 परिवारों के जीवन में खुशियां लौटेंगी और 6 नेत्रहीन अब सामान्य रूप से देख सकेंगे यह दिन मील का पत्थर साबित होगा।
रितेश जैन ने कहा एक ही दिन में तीन लोगों का नेत्रदान होना हमारी संस्था की तपस्या व लगन का परिणाम है,तिवारी परिवार,भागवानी परिवार,बाकलीवाल परिवार तीनों ही परिवार समाज के प्रतिष्ठित परिवार हैं इनके नेत्रदान से समाज में नेत्रदान हेतु जागरूकता बढ़ेगी व लोग इन परिवारों का अनुकरण करेंगे।
नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया,रितेश जैन,राजेश पारख,मंगल अग्रवाल,जीतेन्द्र कारिया ,हरमन दुलई,रवि कुकरेजा,मोहित अग्रवाल,सुरेश जैन ने नेत्रदान प्रक्रीया में सहयोग किया।श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज के डॉ राहुल ताम्रकार,डॉ रानी, डॉ रश्मि गोखले, डॉ ऋचा वर्मा, डॉ विशाल ऊके व नेत्र प्रभारी विवेक कसार ने कॉर्निया संरक्षित किए।