छत्तीसगढ़

पहली बार बिना जुलूस के मनाया गया मुसलमानो का सबसे बड़ा त्योहार ईद मिलाद उन नबी

Deepa Sahu
19 Oct 2021 5:30 PM GMT
पहली बार बिना जुलूस के मनाया गया मुसलमानो का सबसे बड़ा त्योहार ईद मिलाद उन नबी
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पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्म की खुशी में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाते हैं

पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्म की खुशी में ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मनाते हैं. ... हजरत मुहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के नाम से मनाया जाता है. पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिवस के अवसर पर घरों और मस्ज़िदों को सजाया जाता है.

मीलाद उन नबी इस शब्द का मूल मौलिद (Mawlid) है जिसका अर्थ अरबी में "जन्म" है। अरबी भाषा में 'मौलिद-उन-नबी' (مَولِد النَّبِي) का मतलब है हज़रत मुहम्मद का जन्म दिन है। यह त्यौहार 12 रबी अल-अव्वल को मनाया जाता है मीलाद उन नबी संसार का सबसे बड़ा जशन माना जाता है।
हर साल की तरह इस साल भी लोग जुलूस वाँ बड़े धूम धाम से जस्न मनाने की तैयारी में थे लेकिन वही सरकार ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए नोटिस जारी किया की इस बार जुलूस नहीं निकाला जाएगा और ज़्यादा कुछ तड़क भड़क नहीं किया जाएगा जिसके चलते सुनी वक बोर्ड ने भी सरकार के साथ सहमति दी और ख़ुद भी नोटिस जारी किया की इस्स साल ईद मिलाद उन नबी में जुलूस नहीं निकाला जाएगा जिसमें चलते नगर में कोई भी जुलूस नहीं निकाला गया
जिससे काफ़ी लोगों ने सरकार के इस फ़ैसले से नाराज़गी जताई
*खरोरा मुस्लिम जामत के सदर डॉक्टर अमीन खान में कहा की मिलाद की खुसी हम सब के दिलो में है लेकिन कोरोना और सरकार के गाइड्लायन के ख़िलाफ़ हम नहीं जा सकते .इसी के साथ आज सिर्फ़ मस्जिद के सामने लोग इकट्ठा होकर सबने साथ में दुआ किया और प्रोग्राम और जुलूस को एक ही स्थान पर ख़त्म किया ।
प्रोग्राम में सदर अमीन खान ,डॉक्टर इजहार अहमद फ़ारूक़ी ,फ़राज़ अहमद फ़ारूक़ी ,वकार आलम ,इमरान खान ,बाबा खान ,राशिद खान, मिराज खान , आदिल खान इरशाद मेमन , रब्बानी , फ़ैजन अली ,समद खान , असलम खान ,राजा खान ,रमज़ान क़ुरैशी ,अवैस खान ,हनीफ़ मेमन, बशीर खान,ऐज़ाज खान ,शदाब खान ,पिरु खान मनौवर खान ,टूफ़ैल खान ,सिकंदर खान ,इमरान अली डॉक्टर शब्बिर खान ,चँटू खान और भी भाइयों ने मस्जिद के सामने सलाम पढ़ कर प्रोग्राम को अंजाम दिया ।


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