रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास के लिए जिस प्रकार की सोच पैदा की है और शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे को खड़ा करने की दिशा में कार्य प्रारंभ करने का निर्णय लिया है, वह उल्लेखनीय कदम है। किसी भी संवेदनशील सरकार का यह उत्तर दायित्व है, कि देश, प्रदेश और समाज के विकास के लिए और आधारभूत संरचना की सुविधाओं के लिए स्वास्थ्य तथा शिक्षा की सुहलियत को पुख्ता किया जाए। छत्तीसगढ़ की सरकार ने कोरोना काल में भी जनता की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा। कोविड-19 से निपटने में सबसे बेहतर कार्य करने वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ का स्थान प्रमुख है, अभी भी आने वाली तीसरी लहर को लेकर सरकार पूरी तरह तैयारी में है और सचेत है। स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में छत्तीसगढ़ की सरकार ने अग्रणी भूमिका निभाई है। एक बार फिर से स्वास्थ्य तथा शिक्षा जैसी उच्च स्तरीय बुनियादी सुविधाओं को ग्रामीण अंचलों और शहरी क्षेत्रों तक पहुंचाने में भूपेश सरकार ने कमर कसी है, जो उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि प्रचार के कारण दिल्ली की सरकारी स्कूलों के विषय में बहुत प्रशंसा है, लेकिन सच्चाई यह है कि छत्तीसगढ़ का स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल अन्य प्राइवेट स्कूलों एवं दिल्ली की सरकारी स्कूलों से कहीं बेहतर ढंग से संचालित है। छत्तीसगढ़ में 171 स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल चल रही हैं। जिसमें अध्यापन कार्य, काबिल शिक्षक, बिल्डिंग, बैठने की व्यवस्था, प्रयोगशाला, खेल सहित तमाम सुविधाएं अच्छी है। स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम सरकारी स्कूल के माध्यम से जिस प्रकार से शैक्षणिक आधारभूत ढांचे का विकास किया गया है उसी तरह से स्वास्थ्य अधोसंरचना का विकास कर छत्तीसगढ़ के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ब्लॉक और जिला स्तर के अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर ढंग से मुहैया कराये जाने का भूपेश सरकार का निर्णय सराहनीय है। नया रायपुर में 15 सौ बिस्तरों का मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनाने का निर्णय लिया गया है इस तरह अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में उठाया गया यह कदम भी सराहनीय है। हालांकि इसमें निजी क्षेत्र की क्षमताओं का इस्तेमाल किया जाएगा और शासन की योजनाओं के आधार पर मरीजों का उपचार होगा। यह पहल बुनियादी स्वास्थ्य ढांचे को खड़ा करने की दिशा में प्रसंशनीय है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के वक्तव्य को दोहराते हुए कहा है कि इस अवसंरचना से रोजगार के अवसर तो बढ़ेंगे ही साथ में शहरी क्षेत्रों के अस्पतालों में मरीजों का दबाव भी कम होगा। छत्तीसगढ़ की सरकार का यह निर्णय कि ग्रामीण अंचलों में अस्पताल खोलने वाले चिकित्सकों को जमीन के साथ-साथ आर्थिक मदद प्रदान करने में सुविधा प्रदान करेगी यह अपने आप में सरकार की स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता और प्रदेश की जनता के प्रति सहानुभूति को प्रकट करती है।