धान कोचिये के खिलाफ FIR दर्ज, किसानों को पैसे देने के लिए कर रहा टालमटोल
बिलासपुर। मल्हार और मस्तूरी क्षेत्र के अलग-अलग गांव के 21 किसानों का धान कोचिए ने औने-पौने दाम में ले लिया। इसके बाद किसानों के स्र्पये देने आनाकानी करने लगा। किसानों के स्र्पये मांगने पर उसने स्टांप में लिखकर एक महीने में स्र्पये लौटाने की बात कही। इसके बाद भी वह स्र्पये देने से मुकर गया। किसानों ने इसकी शिकायत मल्हार चौकी में की है। इस पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। मस्तूरी क्षेत्र के बेटरी निवासी किसान ने बताया कि गांव के सत्येंद्र कुमार धृतलहरे धान खरीदी का काम करता है। उसने बेटरी, नवागांव, सरसेनी, वेद परसदा और अकोला गांव के 21 किसानों से धान की खरीदी की। इसके बाद वह किसानों को स्र्पये देने के लिए टालमटोल करता रहा। लगातार किसान उसके घर के चक्कर लगा रहे थे। 21 किसानों के चार लाख से अधिक रकम की देनदारी होने पर किसानों ने उससे संपर्क किया।
इस पर उसने किसानों को स्टांप में लिखकर 30 सितंबर तक पूरी रकम देने की बात कही। शुक्रवार को किसान उसके घर पहुंचे। उसने रकम देने में टालमटोल की। इस पर किसानों ने इसकी शिकायत मल्हार चौकी में की है। इस पर पुलिस ने दोनों पक्ष को थाने बुलाया। किसान वहां पहुंच गए। वहीं, धान खरीदी करने वाला चौकी में नहीं पहुंचा। वहीं, किसान उसके घर भी गए। इस दौरान वह गायब था। किसानों ने पुलिस चौकी में आवेदन देकर अपनी रकम दिलाने की मांग की है। इस पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। मल्हार चौकी प्रभारी शंकर गोस्वामी ने बताया कि लेनदेन के मामले की जांच की जा रही है।