छत्तीसगढ़। रायगढ़ जिले के एक नेटवर्किंग कंपनी के फील्ड ऑफिसर पर बड़ा आरोप लगा है। यहां फील्ड ऑफिसर लोन वसूली की राशि के साथ फरार हो गया है। जिसके बाद कोतवाली थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है। फरार ऑफिसर पर सात लाख रुपये गबन का आरोप लगा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा आज बताया कि नेटवर्क कंपनी के रिजनल मैनेजर किशोर कुमार साहू द्वारा कल कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराया गयी थी। शिकायत के अनुसार कम्पनी का ब्रांच आफिस कोतरारोड के सुभाष नगर कालोनी में दुर्गा मंदिर के पास स्थित है। कम्पनी रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया द्वारा एनबीएफसी मान्यता प्राप्त है। कंपनी गरीब, जरूरतमंद महिलाओं का समूह बनाकर सुक्ष्म ऋण प्रदान करती है।
एएसपी वर्मा ने बताया कि कम्पनी में कार्यरत जितेन्द्र शर्मा जो कि 319 सदस्यो का कार्यभार देखता है, जिसका काम सदस्यों का ग्रुप बनाना, उनको नेवर्किंग कंपनी लोन की आदि की जानकरी देना, लोन देने के लिए समूह बनाकर लोन पास कराना और सदस्यो को लोन वितरण कराना और किश्त की रिकवरी लाना जैसे काम शामिल था। कुछ समय से जितेन्द्र शर्मा रिकवरी कर तो रहा था लेकिन ब्रांच में जमा नहीं कर रहा था।
लॉकडाऊन के दौरान लाकडाऊन में हुए डिसबर्समेंट में बहुत से समूह को बरगलाकर जितेन्द्र उनकी पूरी राशि अपने निजी हित में रख लिया। जितेन्द्र शर्मा का रायगढ़ से लैलुगा ट्रांसफर होने पर उनके सदस्यो की जिम्मेदारी दूसरे स्टाफ को सौंपी गयी और जब दूसरे कर्मचारी समूह क्लाइंट से मिले और लोन की रिकवरी मांगी तो क्लाइंट ने उसे लोन को जितेन्द्र शर्मा को वापस करने की बात बतायी।
मामले की जांच में जितेंद्र द्वारा 97 ग्राहकों से कंपनी का 6 लाख 94 हजार 458 रूपया वसूल कर कंपनी में जमा नहीं करना पाया गया है। इसके बाद नेटवर्किंग कंपनी के ब्रांच मैनेजर द्वारा कोतवाली पुलिस से जितेन्द्र कुमार शर्मा निवासी घरघोड़ा रायगढ़ के खिलाफ लिखित शिकायत की गयी, जिस पर पुलिस द्वारा उसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।