छत्तीसगढ़

मादक पदार्थों की बेखौफ तस्करी, युवा बन रहे शिकार

Nilmani Pal
31 Jan 2022 5:41 AM GMT
मादक पदार्थों की बेखौफ तस्करी, युवा बन रहे शिकार
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  1. पुलिस की सख्ती के बाद भी तस्कर हेराफेरी से नहीं आ रहे बाज
  2. प्रदेश के युवाओं को तस्करों ने जकड़ रखा है नागफांस की तरह
  3. जनता से रिश्ता की खबर से संज्ञान लेकर पुलिस कर रही तस्करों को हौसले पस्त
  4. हुक्का बार के खिलाफ प्रदेश में जल्द लागू होगा सख्त कानून
  5. प्रदेश अभी भी बना हुआ है तस्करों का सुरक्षित ठिकाना
  6. रायपुर से देश भर में हो रही गांजा की गुपचुप तरीके से सप्लाई

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। जनता से रिश्ता जनसरोकार को लेकर लगातार गांजा, शराब, अफीम, ब्राउन शुगर, हुक्का के खिलाफ लगातार प्रदेश सहित राजधानी की बिगड़ते हालात को संज्ञान में लाया जिस पर पुलिस प्रशासन ने सख्ती से कार्रवाई कर नशेेडिय़ों के साथ नशे के तस्करों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर हौसले पस्त कर दिए। उसके बाद भी पुलिस को चमका देकर मादक पदार्थो के तस्कर हेराफेरी से बाज नहीं आ रहे है। हुक्का के खिलाफ तो अब भूपेश सरकार ने विधानसभा में कानून बनाने का विधेयक भी पास कर दिया है। अब अनुमोदन के लिए राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। उसके बाद प्रदेश में हुक्का कानूनन अपराध की श्रेणी में आते ही इस पर कड़ी सजा का प्रावधान लागू हो जाएगा।

ड्रग के सौदागरों ने युवाओं को जकड़ा

प्रदेश में युवाओं को ड्रग के सौदागरों ने नागफांस की तरह जकड़ लिया है। युवा नशे के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं। शहर में हो रहे चैन स्नेचिंग मोबाइल लूट सब इन्ही नशेडिय़ों की कारस्तानी होती है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में ड्रग सप्लायरों का जाल बिछा हुआ है। राजधानी में एक तरफ पुलिस मुस्तैदी से नशे के कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन वही दूसरी तरफ नशे का कारोबार करने वाले लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। ड्रग्स मामले में पुलिस की इतनी कड़ी कार्रवाई के बाद भी नशे के करोबारी अपने कारोबार को बढ़ाने से बाज नहीं आ रहे है। राजधानी में नशे का कारोबार करने वाले अपराधी अपना शिकंजा कसते जा रहे हैं। जिसके चलते पुलिस के सामने भी ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रग्स सप्लाई के मामले में रायपुर पुलिस पूरी तरह एक्शन के मूड में है।रायपुर में एक बार फिर ड्रग्स जैसे नशे के सौदागर को पकडऩ़े में पुलिस को सफलता मिली है। लेकिन एक के बाद एक नशे के सौदागर पैदा होते जा रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि जेल से जमानत पर छूटे कुछ आरोपित अब फिर से इस रैकेट को सक्रिय कर रहे हैं, जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है। फिलहाल पुलिस नशे के सौदागरों के खिलाफ मुहीम छेड़े हुए है और उन पर नजऱ राखी जा रही है। पिछले वर्ष लगातार हुई कार्रवाई के बाद रायपुर में पुलिस ने कुल 20 युवक और युवतियों को गिरफ्तार कर उन पर एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की थी और उन्हें हवालात पहुंचाया था। इस कार्रवाई में रायपुर, भिलाई, दुर्ग, बिलासपुर सहित माया नगरी मुम्बई तक के सप्लायर को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली थी। साथ ही कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। जो राजधानी में होने वाली लेट नाईट वीकेंड पार्टी में रईसजादों को इस महंगे नशे की लत लगवाते थे, उन्हें पकड़ा गया था। नशे के लिए इंजेक्शन का भी इस्तेमाल शहर के दवाई दुकानों में एलप्रेक्स ट्राइका, एटीवान, लोराजीपाम, रिवोट्रील क्लोनाजीपाम ऐसी दवाएं हैं, जिनका उपयोग नशे के लिए किया जाने लगा है। इन दवाओं को ज्यादातर नींद न आना, दर्द और तनाव को दूर करने वाले मरीज को दिया जाता है। इतना ही नहीं, शहर के युवाओं द्वारा नशे के लिए फोर्टविन इंजेक्शन का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आई है। यह इंजेक्शन डॉक्टर मरीजों का दर्द ठीक करने के लिए उपयोग करते हैं। इस दर्द निवारक इंजेक्शन का उपयोग गलत तरीके से किया जा रहा है। बिना डॉक्टर के लिखे यह दवा किसी को भी उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। मगर नशे के लती नकली पर्ची दिखाकर नशे की गोलियां, इंजेक्शन और भी दवाइयां ले लेते है।

छुटभैया नेताओं के साथ मिलकर हस्ट्रीशीटर चला रहे धंधा

पूरे छत्तीसगढ़ में ड्रग का कारोबार पैर पसार चुका है दिन-ब-दिन नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। हिस्ट्रीशीटरों से जुड़े कई तस्कर खुलेआम कहीं भी गांजे की चिलम जलाते देखे जो सकते हैं, तो कहीं पुडिय़़ां बनाकर बेचते मिल जाएंगे। लोगों की लगातार शिकायतों के बाद पुलिस ने आधी रात तक पीसीआर वैन में घूमती रहती है मगर उसके बाद भी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार नहीं हो पाते है।

हाई प्रोफाइल पार्टियों में पुलिस का शिकंजा कसा

राजधानी की हाईप्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स पार्टी करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। लेकिन छुटभैये नेताओ की दखलंदाजी के वजह से पुलिस कुछ पस्त हो जाती क्योकि हाईप्रोफाइल पार्टियों के कर्ताधर्ता या तो छुटभैये नेता होते हैं या आयोजक इन छुटभैये नेताओ के संपर्क में रहते हैं। हालांकि रायपुर पुलिस ने नशे के इस काले धंधे पर वार शुरू कर दिया है। राजधानी में अपराध दिन ब दिन बढ़ते जा रहे है। शहर के युवा नशे की गिरफ्त में है। स्थिति इतनी खराब है कि कम उम्र के नाबालिग बच्चे भी नशा कर रहें है। नशा एक धीमा जहर है। आज की युवा पीढ़ी ड्रग्स, अफीम, ब्राउन शुगर, तंबाकू, चरस, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थो का इस्तेमाल कर रही है। मुंबई में ड्रग्स आपूर्ति की आंच अभी ठंडी नहीं हुई है मगर राजधानी में इसका धुआं उठते दिख रहा है। कोकीन जिसे लोग वाइट पाउडर कहते है इसका खुमार अब युवाओं के सिर पर चढऩे लगा है और ये कोकीन मुंबई से ही यहां लाया जाता है।

नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय

राजधानी रायपुर में विभिन्न इलाकों में अभी भी नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय हैं। वीआईपी रोड, रायपुरा, चंगोराभाटा,शैलेंदर नगर, देवेंद्र नगर ब्रिज के पास, कालीबाड़ी सुलभ के पास, राजेंद्र नगर, तेलीबांधा, टाटीबंध, गुढिय़ारी नेहरूनगर, गोलबाजार, शास्त्री मार्केट,भाटागांव, नयापारा, पंडरी, मोवा, सड्डू, संजयनगर, संतोषीनगर,बोरिया रोड सहित शहर के अनेक जगहों में नशे के अवैध कारोबारी सक्रिय होकर नशे का सामान युवाओं तक पंहुचा रहे हैं।

शहीदी दिवस पर चलाया नशा मुक्ति अभियान

अवतार नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र के द्वारा महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर दिनांक 30 जनवरी को नशा मुक्ति के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें नशा मुक्ति हेतु संकल्प एवं शपथ ग्रहण, संकल्प एवं शपथ पत्र में हस्ताक्षर, ज्ञान अमृत विद्यालय रायपुर एवं नंदनी खुदनी शासकीय महाविद्यालय में नशे से होने वाले दुष्परिणामों के विषय पर चित्रकला, नाटक, कथा वाचन, जन जागरूकता एवं गौ सेवा संस्थान के साथ मिलकर नशा मुक्ति, योग अभ्यास, सात्विकता, स्वच्छता, स्वास्थ्य, एवं कृषि उत्पादों को बढ़ावा आदि विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया यह कोविड की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए यह समस्त आयोजन किए गए। इसमें संयुक्त संचालक समाज कल्याण विभाग के आदेशानुसार कार्य किया। इस कार्यक्रम में संस्था की अध्यक्ष रश्मि दुबे सचिव सूरज सिंह चौहान की अध्यक्षता में किया गया एवम् सिद्धार्थ बाजपेई, शाहिद खान, उमेश ग्वालियर, निलेश भास्कर, राहुल शर्मा, युगक्रांत दुधि व अन्य शामिल थे।

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