छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कार बेचने का झांसा देकर पिता और पुत्र ने दो लाख रुपए की ठगी कर ली. ठगी का शिकार टाटीबंध निवासी राजवीर सिंह भामरा हुए हैं. आरोपी जसवंत सिंह बल और देवेंद्र सिंह बल ने रुपए लेने के बाद कार दूसरे व्यक्ति को बेच दिया. पीड़ित की शिकायत के बाद आमानाका पुलिस मामले की जांच कमें जुट गई है. जानकारी के अनुसार, टाटीबंध निवासी राजवीर सिंह भामरा ने अपने मित्र देवेंद्र सिंह बल के पिता जसवंत सिंह के नाम से पंजीकृत क्रेटा हुंडई कार को लेने इच्छा जताई थी, इसलिए देवेंद्र सिंह ने उसकी मुलाकात अपने पिता से करवाई. जिसके बाद जसवंत सिंह कार को 8 लाख रुपए में बेचने के लिए सहमत हो गए. इसके लिए राजवीर ने एडवांस के रूप में 2 लाख रुपए दे दिए. इस पर उसे कार सौंप दिया गया.
कुछ दिन बाद गाड़ी की आवश्यकता है करके आरोपी देवेंद्र राजवीर से गाड़ी की मांग किया. चूंकि देवेंद्र उसका मित्र था इसलिए उसने गाड़ी दे दी. लेकिन जब उसके बाद पीड़ित राजवीर उससे वाहन मांगा तो वह टालमटोल करता रहा. फिर प्रार्थी द्वारा आरटीओ से पता करने पर यह जानकारी मिली कि आरोपी ने उसी कार को किसी साबिर खान नामक व्यक्ति को बेच दिया है. इस तरह आरोपियों ने राजवीर से पैसे लेने के बाद भी उस कार को किसी दूसरे को बेच कर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है. मामले में पुलिस ने देवेंद्र और उसके पिता जसवंत को आरोपी बनाया है.