फसल मुआवजे के लिए तरस रहे किसान, लाभ नहीं मिलने पर उग्र कदम उठाने की चेतावनी दी
बेमेतरा। खबर बीमा योजना की जमीनी हकीकत की, जो छत्तीसगढ़ के बेमेतरा की है। यहां किसानों को फसल बीमा योजना कागजों पर ही दम तोड़ चुकी है और किसान मुआवजे के लिए परेशान हैं। ये बेमेतरा जिले के वो किसान हैं, जो फसल बीमा योजना के शिकार हैं। हम शिकार शब्द का इस्तेमाल इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि ये किसान महीनों से मुआवजे के लिए तरस रहे हैं। बेमेतरा के ग्राम खिसोरा, रचकुड़ी सहित दर्जनों गांव के किसानों को बीमा योजना के मुआवजे की राशि नहीं मिली है । इन किसानों की फसल ओलावृष्टि में खराब हो गई थी।
सबसे अहम बात ये है कि किसान मुआवजे के लिए दफ्तर के चक्कर काटकर थक चुके हैं। इस बात की जानकारी तहसीलदार एसडीएम एवं कलेक्टर को भी है, लेकिन किसानों आज तक सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। लेकिन मुआवजा नहीं मिल पाया है। बीमा की राशि बीमा की राशि नहीं मिलने पर किसानों ने उग्र कदम उठाने की चेतावनी दी है।