छत्तीसगढ़

गांधी जयंती पर सत्याग्रह कर बापू की प्रतिमा तक पदयात्रा करेंगे किसान

Gulabi Jagat
24 Sep 2023 7:16 AM GMT
गांधी जयंती पर सत्याग्रह कर बापू की प्रतिमा तक पदयात्रा करेंगे किसान
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राजनांदगांव। गांधी जयंती 2 अक्टुबर को जिला किसान संघ द्वारा दो साल के बकाया बोनस की मांग सहित अन्य मुद्दों को लेकर सत्याग्रह करेगा। वहीं सत्याग्रह स्थल से पुराना बस स्टैंड में स्थित गांधी प्रतिमा तक किसानों द्वारा पैदल मार्च किया जाएगा। जिला किसान संघ के बैनर तले किसानों ने दो साल के बकाया बोनस सहित अन्य मुद्दों को लेकर डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव से चर्चा की थी। लेकिन उनकी मांगों पर सकारात्मक और ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर किसानों ने नाराजगी जाहिर की है।
जिला किसान संघ के प्रमुख सुदेश टीकम ने बताया कि दो सालों के बोनस के लिए किसान संघ लगातार आवाज उठा रहा है। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। उप मुख्यमंत्री निवास में लगभग सवा घंटे चली चर्चा में सुदेश टीकम ने कहा चुनाव पूर्व आपकी अगुवाई में बने घोषणा पत्र में किसानों से किए प्रमुख वादो में रमन सरकार के कार्यकाल के बकाया दो सालों के धान बोनस का भुगतान करना भी शामिल था जिसे पूरा नहीं किया गया। चुनावी आचार संहिता कभी भी लागू हो सकती है। ऐसे में प्रदेश और जिलेभर के किसान चिंतित है। किसानो के लगभग सवा तीन हजार करोड़ रुपए का भुगतान अटक जाएगा। प्रतिनिधि मंडल में हरिशचंद साहू, भरत वर्मा, किसुन साहू, विष्णु राम, भागवत, देवलाल साहू, मोरध्वज सिन्हा, आत्माराम, सोमनाथ निषाद, दुखित सिन्हा, तीजूराम, कीर्तन, पूनाराम, गोपी, प्रताप मंडावी, मलेश, नेतराम सहित अन्य शामिल थे।
बोनस और शराबबंदी का वादा पूरा नहीं
डिप्टी सीएम ने कहा इस सरकार में किसानों को काफी कुछ मिला है। धान की सर्वाधिक कीमत सरकार दे रही है। पार्टी का जन-घोषणा पत्र था जिसे सभी ने मिलकर पास किया था। घोषणा पत्र के दो वादें शराब बंदी और दूसरा दो सालों के बोनस इसे सरकार पूरा नहीं कर पाई है। व्यक्गित राय रखते कहा पिछली सरकार की घोषणा को पूरा करने का वादा हमें नहीं करना चाहिए फिर भी किया है तो उसे पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। सरकार की माली हालत का जिक्र करते कहा मुझे नहीं लगता कि सरकार 15 दिनों में ऐसा कुछ कर पाएगी। शुरू से बोनस को लेकर किश्तो में भुगतान करने की मेरी राय थी जो कि स्वीकार नहीं हुई । अब एक साथ भुगतान मुश्किल है पर 26 एवं 27 को केबिनेट एवं पार्टी समीक्षा बैठक में इस विषय पर चर्चा की जाएगी।
किसानों ने बारी-बारी से मामलों पर की चर्चा
मोतीलाल सिन्हा ने जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के कनवर्सन-ऋण माफ नहीं होने का मामला उठाया। रमाकांत बंजारे ने मेढ़ा ब्रांच में किसानों के खातों से फर्जी ऋण का मामला उठाया जिसे संज्ञान में लेने का आश्वासन दिया गया। गेंद लाल साहू ने फसलों को मवेशियों से नुकसान का मामला उठाया और फसल रक्षकों की तैनाती की मांग की। उन्होंने कहा किसानों का दान किया पैरा गौठानों में सड़ गया जिसका कोई रख-रखाव नहीं किया गया। सुदेश टीकम ने कहा ताड़मेटला का मामला उठाया। उन्होंने सरकार बनने के बाद किसान आंदोलन, आदिवासी आंदोलन एवं जन संगठनों से संवाद नहीं करने की शिकायत भी की। चर्चा के बाद ज्ञापन सौंपा। इस दौरान लखन साहू, रूप सिंग वर्मा, विनेक मंडावी, भरत वर्मा सहित अन्य किसान उपस्थित थे।
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