छत्तीसगढ़

किसान को हुआ 4 लाख का मुनाफा, लगाया है अयान किस्म का टमाटर

Nilmani Pal
7 May 2023 11:30 AM GMT
किसान को हुआ 4 लाख का मुनाफा, लगाया है अयान किस्म का टमाटर
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राजनांदगांव। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम डुमरडीह के किसान संतराम पटेल के चेहरे पर यह मुस्कान उन्नति और समृद्धि की। उन्होंने बताया कि इस वर्ष शासन के सहयोग से 1 हेक्टेयर से अधिक भूमि में टमाटर और 1 हेक्टेयर से अधिक भूमि में बैगन की फसल लगाई है। संतराम पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत वर्मी कम्पोस्ट को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह बहुत अच्छी बात है। उन्होंने बताया कि अपने खेतों में वे वर्मी कम्पोस्ट का बहुतायत प्रयोग कर रहे हैं।

संतराम पटेल ने बताया कि अपने खेत में उन्होंने अयान किस्म का टमाटर लगाया है जो बेस्ट वेरायटी का टमाटर है और इससे 4 लाख का मुनाफा हुआ है। सिंघी भाटा की वेरायटी लगाये हैं, जिससे लगभग 2 लाख रुपए का लाभ हुआ। राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत मल्चिंग विधि से बैगन की खेती के लिए 20 हजार अनुदान प्राप्त हुआ है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के अंतर्गत सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्रति एकड़ 9 हजार रुपए के हिसाब से 45 हजार रुपए इनपुट सब्सिडी मिलेगी। किसान वैज्ञानिक तरीके से खेती करने की दिशा में अग्रसर हुए हैं। मृदा परीक्षण कर उसके अनुरूप सब्जियों की खेती की जा रही है। सहायक संचालक उद्यानिकी राजेश शर्मा ने बताया कि किसानों को उद्यानिकी विभाग से सब्जियों की खेती के लिए लगातार प्रोत्साहन और मार्गदर्शन मिल रहा है।

गांवों में रीपा योजना के तहत रूरल इंडस्ट्रियल पार्क खोले जा रहे हैं। राजनांदगांव जिले के आठ गांवों में इस पार्क के खुलने के साथ ही महिला समूह और युवाओं को बिजनेस पार्टनर भी बनाया जा रहा है। यहां फ्लाई एश ब्रिक्स को एक मुख्य उत्पाद के रूप में चिन्हित भी कर लिया गया है। यहां निर्मित ईंट को शासन की ओर से बनाए जा रहे भवन निर्माण में उपयोग में लाया जाएगा वहीं खुले बाजार में भी इसकी मार्केटिंग की जाएगी। गांव के कुटीर उद्योग भारत की आत्मा है। गांव में छोटे-छोटे कुटीर उद्योग संचालित है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप जिले के 4 विकासखंड में 8 रीपा संचालित होंगे। फ्लाई एश ब्रिक्स को एक मुख्य उत्पाद के रूप चिन्हित किया गया है। यहां जो ईंट बनेंगे वह शासन की ओर से बनाए जा रहे भवन निर्माण के लिए उपयोग में लाएं जाएंगे। इसके लिए मार्केटिंग करने के लिए मेहनत नहीं करनी होगी। फ्लाई एश ब्रिक्स की गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। इसकी गुणवत्ता की जांच के लिए एक समिति होगी।


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