फर्जी अधिकारी पुलिस के हत्थे चढ़ा, पुलिस ने किया चौकाने वाला खुलासा
भिलाई। जिला पुलिस ने अंतर्राज्यीय ठग गिरोह पर बड़ी कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि ठगी ने बिजली बिल के नाम पर लोगों से पैसे एंठता था। पुलिस ने झारखंड के कुख्यात जामताड़ा शातिर आरोपी को हिरासत में ले लिया है, इस दौरान आरोपी से ठगी में इस्तेमाल किये जाने वाले लेपटॉप मोबाइल फोन और सीम भी बरामद किये गए है।
बता दें कि जुलाई माह में सुपेला थाना क्षेत्र अंतर्गत कोहका निवासी पुष्पेंद्र गजेंद्र को बिजली बिल जमा न करने पर कनेक्शन काटने सम्बंधी मैसेज आया। जिसमे कार्रवाई से बचने दिए गए नम्बर पर संपर्क करने की बात कही। दिए गए नम्बर पर कॉल करने पर खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर क्विक सपोर्ट नाम का एप्लिकेशन डाउनलोड करने कहा गया। जिसके बाद प्रार्थी के खाते से 1 लाख 48 हज़ार रुपये पार हो गए। जिसकी शिकायत पीड़ित ने सुपेला थाने में दर्ज कराई।
शिकायत के बाद सुपेला पुलिस और एन्टी क्राइम एवं साइबर यूनिट सयुक्त रूप से इस मामले को सुलझाने में लग गई। प्रार्थी द्वारा दिये गए फोन नम्बर के आधार पर पुलिस झारखंड के जामताड़ा पहुंची। 5 दिनों तक रोड ठेकेदार बन कर जामताड़ा में ही रुकी रही। जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया। हालांकि उसके तीन साथी अब भी फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद कई चौकाने वाली बाते सामने आयी।
दरअसल जिस गांव से आरोपी को गिरफ्तार किया गया। करीब एक हज़ार की आबादी वाले उस गाँव मे करीब एक चौथाई लोग साइबर ठगी का ऐसा ही कारोबार चला रहे है। अकेले आरोपी ने ही अपने साथियों के साथ मिल कर 100 से अधिक ठगी की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की।