छत्तीसगढ़

एम्स रायपुर में इलाज कराने की सलाह के बाद भी नहीं माने परिजन, अंततः मरीज की हो गई मौत

Nilmani Pal
17 July 2022 1:19 AM GMT
एम्स रायपुर में इलाज कराने की सलाह के बाद भी नहीं माने परिजन, अंततः मरीज की हो गई मौत
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गरियाबंद। जिले के ग्राम सुपेबेड़ा निवासी 70 वर्षीय लेखन आडिल की मृत्यु के संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जिला प्रशासन को प्रस्तुत प्रतिवेदन में अवगत कराया गया है कि जिला अस्पताल गरियाबंद में 30 मई 2022 को भर्ती मरीज लेखन आडिल का क्रियटनिन लेवल 720 एमजी/डीएल, यूरिया लेवल 143.60 एमजी/डीएल था। लेखन आडिल का ब्लड जांच रिपोर्ट में हिमोग्लोबिन स्तर 8.5 कम होने पर ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव ब्लड 01 जून 2022 को दिया गया था। 03 जून 2022 को मरीज के परिजन का सहमति पत्र जिसमें मेकाहारा या एम्स उपचार हेतु नहीं जाने के संबंध में दी गई है। उक्त तिथी को जिला अस्पताल गरियाबंद से डिस्चार्ज किया गया था। श्री लेखन ऑडिल को कमजोरी, भुख नहीं लगने एवं सांस लेने में तकलीफ होने पर 13 जून 2022 को सुपेबेड़ा की शासकीय एम्बुलेंस से खरियार मिशन अस्पताल (उड़िसा) लेकर गये थे, जहाँ पर जाँच उपरांत हायर सेंटर रिफर किया गया था, किन्तु परिजनों के द्वारा जाने से इंकार किया गया और उसी दिनाँक को वापस शासकीय अस्पताल देवभोग लाया गया। देवभोग में प्राथमिक उपचार कर 14 जून 2022 को सुपेबेड़ा के एम्बुलेंस से जिला अस्पताल गरियाबंद रिफर किया गया था। उस दौरान उनका क्रियेटनिन लेवल 15.8 एमजी/डीएल, ब्लड यूरिया-248 एमजी/डीएल था एवं 21 जून 2022 को जिला अस्पताल गरियाबंद से उपचार कराकर शासकीय एम्बुलेंस से ग्राम सुपेबेड़ा आ गये थे। स्वास्थ्य टीम द्वारा घर विजिट कर मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए एम्स रायपुर में इलाज कराने की सलाह दी गई थी, लेकिन मरीज के परिजन द्वारा एम्स रायपुर जाने से इंकार किया गया। 15 जुलाई 2022 को शाम 4.40 बजे श्री लेखन आडिल की मृत्यु हो गई।

उक्त मृतक लेखन आडिल का स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार उपचार किया जा रहा था। ग्राम सुपेबेड़ा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र संचालित है। जिसमें प्रतिदिन स्वास्थ्य सेवायें दी जा रही है एवं सैम्पल संग्रहण का कार्य किया जाता है, साथ ही स्वास्थ्य शिक्षा दी जाती हैं और निःशुल्क दवाईयाँ खण्ड एवं जिला स्तर से मरीजों को उपलब्ध कराई जाती है। स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदाय करने में किसी प्रकार की कमी नहीं है। वर्तमान में सुपेबेड़ा एवं आसपास के ग्रामों में स्थानीय स्वास्थ्य दल द्वारा एनसीडी सर्वे किया जा रहा है। ग्राम सुपेबेड़ा में सप्ताह में 02 दिन दंत चिकित्सक की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है देवभोग में डायलिसिस युनिट संचालित है विकासखंड देवभोग के 07 किडनी मरीजों को हिमो डायलिसिस की सेवायें दी जा रही है। सुपेबेड़ा में प्रत्येक शनिवार को हाट-बाजार में मोबाईल मेडिकल यूनिट द्वारा स्वास्थ्य सेवायें प्रदान की जाती है। सुपेबेड़ा के किडनी मरीजों के लिए एम्बुलेस सुविधा उपलब्ध कराया गया है मरीजों को एम्बुलेंस से एम्स रायपुर में भर्ती कराया जाता है एवं डिस्चार्ज होने पर एम्बुलेंस से ही घर वापस पहुँचाया जाता है। 15 जुलाई 2022 को आई.सी.एम.आर. जबलपुर की टीम द्वारा ग्राम सुपेबेड़ा का में भ्रमण कर वस्तुस्थिति की जानकारी ली गई है।

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