कांकेर। अक्टूबर महीने की एक तारीख को उत्तरप्रदेश के कानपुर में कृषि उपयोग के लिए इस्तेमाल होने वाला ट्रेक्टर जानलेवा साबित हुआ था. ट्रेक्टर ट्राली हादसे में 26 लोगों की मौत हो गई थी. कांकेर में भी कानपुर हादसे को निमंत्रण दिया जा रहा है. कांकेर में मालवाहक वाहनों का सवारी वाहनों के रूप में इस्तेमाल खुलेआम किया जा रहा है.अतिरिक्त कमाई के लालच में छोटे हाथी और पिकअप, ट्रेक्टर जैसे माल वाहक वाहनों में यात्रियों को भेड़ बकरियों की तरह बैठाते हुए यातायात नियमों को ठेंगा दिखाया जा रहा है.जिसके कारण आये दिन मालवाहक वाहनों के पलटने की घटनाएं सामने आती रहती हैं.
कांकेर में यातायात पुलिस (Kanker Traffic Police) की तैनाती नगर के चौक-चौराहों में होने के बावजूद भी ऐसे वाहनों पर पुलिस नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही हैं. मोटर व्हीकल एक्ट की धाराओं के तहत मालवाहक वाहनों को सिर्फ सामान ढोने के लिए ही प्रयोग में लाया जा सकता है. इनमें सवारियां लाना ले जाना गैर कानूनी है. बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन खुलेआम किया जा रहा है. पुलिस भी इन मालवाहक वाहनों में यात्रियों को ढोने के मामले में सख्ती से कार्यवाई नहीं कर रही. जिसके कारण ऐसे लोगों के हौसले बुलंद हैं. इसी कारण लोग खतरा मोल लेकर ट्रैक्टर ट्राली से भी यात्रा करते हैं. प्रदेश में लाख दावों के बावजूद यातायात पुलिस और परिवहन विभाग के सभी अधिकारियों का तंत्र फेल साबित हो रहा है.