विद्यालय लगने के बाद भी मिडिल स्कूल में नहीं बन रहा मध्यान भोजन
जांजगीर चांपा। जिला के जैजैपुर विकासखंड के अंतर्गत अधिकतर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शालाओं में प्रधान पाठक के हड़ताल में चले जाने से मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है। कुछ स्कूलों में मध्यान भोजन नहीं बनने से स्कूली बच्चे अपने अपने घरों में भोजन खाने के लिए घर पहुंच रहे हैं। स्कूलों में भोजन नहीं बनने से छात्र-छात्राओं और उनके माताओं को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि विकासखंड जैजैपुर के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय - किकिरदा, संकुल स्त्रोत केंद्र- किकिरदा, जनपद पंचायत जैजैपुर, नवीन जिला सक्ती के प्रधान पाठक श्री संतोष कश्यप अपने शिक्षक संघ के आह्वान पर हड़ताल करने रायपुर चले गए हैं। बाकी अन्य कुछ शिक्षक एवं सभी छात्र छात्राएं प्रतिदिन विद्यालय पहुंच रहे हैं। हमेशा की भांति पढ़ाई भी हो रही है ।इसके बावजूद भी इस विद्यालय में मध्यान भोजन नहीं बन रहा है। शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय किकिरदा में मध्यान भोजन बनाने वाली समूह जगदंबा महिला स्व सहायता समूह किकिरदा के द्वारा मध्यान्ह भोजन का संचालन बंद कर दिया गया है । जिसके कारण इस विद्यालय में अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं को भोजन खाने के लिए अपने-अपने घरों में जाना पड़ रहा है। अध्यनरत छात्र-छात्राओं को भोजन खाने के लिए अपने-अपने घर जाने एवं पुनः विद्यालय आने से और उनके अभिभावकों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिकायतकर्ता ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय किकिरदा , विकासखंड जैजैपुर, जिला जांजगीर चांपा में प्रधान पाठक के हड़ताल में चले गयें हैं। लेकिन अन्य शिक्षक गण हमेशा की भांति विद्यालय आ रहे हैं । इसके बावजूद भी यहां पर मध्यान भोजन बनाने वाली महिला समूह जगदंबा महिला स्व सहायता समूह किकिरदा के द्वारा मध्यान भोजन का संचालन बंद कर दिया गया है। जगदंबा महिला स्व सहायता समूह के द्वारा मध्यान भोजन बनाने के कार्य को बंद कर देने से यहां पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को अनावश्यक अपने अपने घरों में जाकर भोजन खाने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बहरहाल कारण चाहे जो भी हो यहां पर पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन नहीं बनने से बरसात के दिनों में यहां के बच्चे सर्दी बुखार के अलावा मौसमी बीमारी के शिकार हो रहे हैं। छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।