राजधानी। बाहरी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में निजी स्कूल द्वारा कथित रूप से वेतन नहीं दिए जाने के कारण एक 46 वर्षीय ताइक्वांडो कोच ने अपने घर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। मृतक की पहचान तनूप जोहर के रूप में की गयी है और वह रोहिणी के एक स्कूल में काम करता था, लेकिन पिछले करीब एक वर्ष से भी अधिक समय से वह बेरोजगार था। पुलिस के मुताबिक तनूप ने मंगलवार को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें तनूप ने स्कूल प्रबंधन से जुड़े दो व्यक्तियों के नाम का उल्लेख किया है। तनूप ने स्कूल प्रशासन पर वेतन नहीं देने का आरोप लगाया है। तनूप ने सुसाइड नोट में कहा है कि वेतन नहीं मिलने से वह बेहद परेशान था और उसके पास हाल में कोई काम नहीं था।
पुलिस ने बताया कि तनूप ने वेतन नहीं मिलने के कारण स्कूल प्रबंधन के खिलाफ पिछले वर्ष श्रमिक न्यायालय में मुकदमा भी दायर किया था। स्कूल में तनूप के एक सहयोगी ने कहा,'' पिछले वर्ष दो महीने तक ऑनलाइन कक्षाएं लेने के बाद तनूप ने स्कूल प्रशासन से वेतन की मांग की, लेकिन स्कूल की ओर से लगातार यह कहा गया कि जैसे ही बच्चों की ओर से फीस का भुगतान किया जाएगा उन्हें वेतन दे दिया जाएगा। चार माह के बाद हमने दोबारा स्कूल प्रशासन से वेतन की मांग की, तो उन्होंने हमसे नौकरी से इस्तीफा देने के लिए कहा। हम स्कूल के खिलाफ श्रमिक न्यायालय में भी गए, हम अब भी अपने वेतन का इंतजार कर रहे हैं।''
बाहरी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा कि तनूप पिछले करीब एक वर्ष से भी अधिक समय से स्कूल में काम नहीं कर रहा था। तनूप की ओर से लगाए गए सभी आरोपों की जांच की जा रही है और अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।