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छत्तीसगढ़
बालोद: बालोद जिले में एक बार फिर से हाथियों ने दस्तक दे दी है। बताया जा रहा कि जंगली हाथी ने गांव में जमकर उत्पात मचाया है। हालांकि अभी तक फसलों को हानि पहुंचाने की जानकारी नहीं मिली है। फिलहाल वन विभाग अलर्ट मोड में हैं और ग्रामीणों को रात के समय अकेले जंगल में न जाने की सलाह दी जा रही है। पूरा मामला गुरुर वन परिक्षेत्र का है।
दऱअसल, जानकारी के मुताबिक, बीते तीन दिनों से एक दंतैल हाथी जिले में सक्रिय है। वर्तमान में बालोद वनमंडल क्षेत्र में एक दंतैल हाथी जिसका नाम ME 3 है वह कक्ष क्र. RF -39 पर हैं। इसे परिसर नाहंदा के नाम से जाना जाता है। यह परिक्षेत्र सहायक गुरुर और परिक्षेत्र गुरुर में आता है।
हाथी की मौजूदगी को देखते हुए कंकालिन, रूपुटोला, हितेकसा, नगझर, मंगचुवा, करियाटोला, नाहंदा, कोसमी, पेटेचुवा, भेजाजंगली, बरहीपारा, बरही, नारागांव, किनारगोंदी, नर्रा, मुल्लेगुड़ा में अलर्ट जारी किया गया है। एसडीओ डिंपी बैस ने बताया कि हाथियों की लोकेशन ट्रैक की जा रही है और लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
बता दें कि यह समय तेंदूपत्ता तोड़ने का है जिसके कारण लोग अक्सर जंगल की ओर जाते हैं। लेकिन वन विभाग लोगों को यह समझाइश दे रही है कि अकेले जंगल की ओर न जाए। तेंदू पत्ता तोड़ने जा रहे हैं तो समूह बनाकर जाएं और यदि कहीं पर हाथी दिखता है तो उसके साथ छेड़छाड़ ना करें। हाथी को गुस्सा आने पर वह आक्रामक हो सकता है।
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