एकलव्य विद्यालय के प्राचार्यों, शिक्षकों की नेतृत्व क्षमता, शिक्षण कौशल एवं प्रबंधन का प्रशिक्षण
विशेष रूप से छत्तीसगढ़ के आदिवासी विकासखंडों में शिक्षक शिक्षा का मुख्य उद्देश्य शिक्षण तकनीक में कौशल विकास और अनुभव का अभ्यास कराया जाए। पढ़ाई के लिए नवीनतम शिक्षण सामग्री और संसाधनों का अधिक से अधिक उपयोग से शिक्षण अभ्यास में अनुभव को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल माहौल विकसित करना है। शिक्षक को शिक्षा के उद्देश्यों के साथ स्वयं को जोड़ने के लिए नियमित आधार पर देखने, अनुमान लगाने, कौशल क्षमता को विकसित करना चाहिए। प्रशिक्षण मॉड्यूल तैयार करने और प्रशिक्षण कार्यशाला को सुविधाजनक बनाने में अजीम प्रेमजी फांउडेशन ने सहयोग दिया।
छत्तीसगढ़ में संचालित एकलव्य आदर्श विद्यालय के लिए एक व्यापक और समग्र व्यक्तिगत शिक्षक विकास योजना तैयार की जा रही है। जिसके आधार पर शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं में उनकी चुनौतियों का समाधान किया जाएगा, जिसके आधार पर निरंतर समयबद्ध तरीके से संचालित किया जाएगा। प्रशिक्षण में उपस्थित प्राचार्यों और शिक्षकों ने आश्वासन दिया है कि वे निश्चित रूप से आदिवासी बच्चों के कौशल मूल्यों और सीखने की परिणाम में सुधार के लिए बेहतर दिशा में काम करेंगे। शिक्षकों के लिए विषय सामग्री, शिक्षा शास्त्र और प्राचार्यों के लिए नेतृत्व और प्रबंधन पर क्षमता वृद्धि कार्यक्रम के साथ-साथ आदिवासी अनुसंधान संस्थान, एससीईआरटी और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के शिक्षाविद्ों द्वारा बाल मनोविज्ञान पर कुछ अन्य सत्र भी आयोजित किए गए थे।