शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह ने की प्रमुख बिंदु पर प्रेस वार्ता
रायपुर। जवाहर लाल नेहरू राष्ट्रीय शिक्षा समागम 2021 के आयोजन हेतु शिक्षा मंत्री ने प्रमुख बिंदु पर प्रेस वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ निर्माण उपरांत पहली बार देशव्यापी नवाचारों का कुंभ दिनांक 14-15 नवंबर 2021 को पं. दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम रायपुर में आयोजित किया जा रहा है, जिसके मुख्य अतिथि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल है। इस कार्यक्रम की शोभा और आभा आमंत्रित शिक्षाविदों से प्रकाशमान होगी जिनमें प्रमुख रूप से-
डॉ. अभिजीत बनर्जी, 2019 में अर्थशास्त्र में नोबल पुरस्कार विजेता
रूक्मिणी बनर्जी, सीईओ प्रथम एजुकेशन-
रूक्मिणी बनर्जी प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन की प्रमुख कार्यकारी अधिकारी है, इन्होंने बच्चों के सीखने के परिणामों में सुधार के लिए साझेदारी को डिजाइन और समर्थन कर प्रमुख भूमिका निभाई।
यामिनी अय्यर, अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी नीति अनुसंधान केंद्र यामिनी अय्यर नीति अनुसंधान केंद्र नई दिल्ली की अध्यक्ष है जो एक सार्वजनिक नीति अनुसंधान में थिंकटैंक है।
डॉ. धीर झिंगरन, संस्थापक निदेशक भाषा एवं शिक्षण फाउंडेशन डॉ. धीर झिंगरन लैंग्वेज एंड लर्निंग फाउंडेशन के संस्थापक है तथा इनकी सरकारी प्राथमिक स्कूलों में बच्चों की मूलभूत शिक्षा में सुधार लाने पर केंद्रित संस्था है।
बिराज पटनायक, कार्यकारी निदेशक नेशनल फाउंडेशन फॉर इंडियाबिराज पटनायक नेशनल फाउंडेशन ऑफ इंडिया के कार्यकारी निदेशक है, इन्होंने भारत में मितानिन सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता कार्यक्रम की स्थापना की।
प्रो. ऋषिकेश बी.एस., प्रोफेसर शिक्षा कानून और नीति अजीम प्रेम जी विश्वविद्यालय ऋषिकेश बी.एस. एजुकेशन लॉ एंड पॉलिसी अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय में स्थित हब फॉर एजुकेशन लॉ एंड पॉलिसी में प्रोफेसर है।
श्री मेकिन माहेश्वरी, सह-संस्थापक GAME (Global Alliance for Mass Enterpreneurship)-TBC GAME के संस्थापक है, इन्होंने उद्यम लर्निंग फाउंडेशन की शुरूआत की, करियर की शुरूआत YAHOO, FLIPKART और VIRID बनाने में की जो किताबों के सफल सोशल नेटवर्क है।
नारायण रामास्वामी, NATIONAL LEADER, EDUCATION AND SKILLS KPMG
नारायण रामास्वामी, राष्ट्रीय लीडर शिक्षा और कौशल विकास वर्तमान में फोकस शिक्षा, कौशल, विकास और सामाजिक क्षेत्र परामर्श पर है। जिनके नेतृत्व में टीम भारत सार्क, मध्यपूर्व और अफ्रीकी क्षेत्रों में काम कर रहे है।
समागम के सत्र व विषयवार व्याख्यान
प्रथम सत्र- भविष्य के स्कूल का प्रतिदर्श (SAGES)
द्वितीय सत्र- व्यवसायिक शिक्षा और उद्यमिता मानसिकता
तृतीय सत्र- ऑनलाइन सीखने का भविष्य
छ.ग. में शिक्षा के लिए किए जा रहे अभिनव व नवाचारी गतिविधियों को प्रदर्शित करने विभिन्न स्टॉल हमारी उपलब्धियों का सजीव चित्रण करेंगे। स्टॉलों में-
ऽ स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम शाला (SAGES)
ऽ पढ़ई तुंहर दुआर एवं स्मार्ट क्लास
ऽ अंगना म शिक्षा
ऽ लाउडस्पीकर से शिक्षा
ऽ छतरी वाले गुरूजी
ऽ सिनेमा वाले गुरूजी
ऽ स्थानीय भाषा (दादा जोकाल)
ऽ मुस्कान पुस्तकालय
ऽ आमाराईट
ऽ जुगाड़ स्टूडियो
ऽ श्यामपट वाले गुरूजी
ऽ सेतु पाठ्यक्रम एवं आकलन
ऽ साक्षरता
राष्ट्रीय शिक्षा समागम में सभी राज्यों के नवाचारी शिक्षक सम्मिलित होंगे साथ ही स्टॉल के माध्यम से अपने नवाचारी प्रयास को साझा करेंगे।
समागम के प्रमुख बिंदु:-
ऽ आगामी शालाओं की पुनर्कल्पना
ऽ 21वीं सदी के लिए व्यवसायिक शिक्षा एवं उद्यमी मानसिकता
ऽ ऑनलाइन सीखने का भविष्य
ऽ बेहतर वापसी: शिक्षण में महामारी से सीख
ऽ सरकारी पैमाने पर सुधार
ऽ शिक्षक: एक नेतृत्वकर्ता के रूप में
ऽ कक्षाओं में समावेशन
राष्ट्रीय समागम की परिपूर्णता व लक्ष्यों को प्राप्त करने समागम के उद्देश्य है-
ऽ कोविड -19 से सबक पर विचार-विमर्श और बेहतर शिक्षा प्रणाली के निर्माण के लिए आगे की राह।
ऽ शिक्षा के नए छ.ग. मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर साझा करना।
ऽ विभिन्न विषयगत क्षेत्रों पर भाग लेने वाले राज्यों के बीच पैनल चर्चा और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना।
ऽ ज्ञान भागीदारों, बुद्धिजीवियों द्वारा विचार-विमर्श।
ऽ भारत के विभिन्न राज्यों के शिक्षकों द्वारा प्रमुख नवाचारों की प्रदर्शनीं।