छत्तीसगढ़

शिक्षा शून्य स्तर पर, नाम तक नहीं बोल पा रहे स्टूडेंट्स

Nilmani Pal
9 Dec 2022 9:49 AM GMT
शिक्षा शून्य स्तर पर, नाम तक नहीं बोल पा रहे स्टूडेंट्स
x
छग

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर. जिले में सरकारी स्कूलों की स्थिति भगवान भरोसे हैं। इन दिनों भरतपुर विकासखंड के वनांचल क्षेत्रों के स्कूलों से शिक्षकों के नदारद रहने का मामला जोरों पर चल रहा है। इससे बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबता नजर आ रहा है। बच्चों को समुचित ढंग से सामान्य ज्ञान भी नहीं आता। विद्यार्थी अपना नाम तक अच्छे से नहीं बोल पा रहे हैं। मामला जिले के भरतपुर विकासखंड के प्राथमिक शाला देवसिल का है।

बताया जा रहा है कि स्कूल में दो शिक्षक पदस्थ हैं, लेकिन एक भी शिक्षक नहीं आते, दोनों नदारद रहते हैं। जब हमने इस संबंध में देवसिंल संकुल प्रभारी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मुझे इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है और ना ही कोई अवकाश चिट्टियां हम तक पहुंची है। इससे आप साफ अंदाजा लगा सकते हैं कि शिक्षा विभाग की कितनी बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है।

इस संबंध में जब मीडिया की टीम ने सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि देवसिल प्राथमिक शाला में 2 शिक्षक पदस्थ है और नदारद रहने का मामला सामने आया है तो जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। अब देखने वाली बात यह होगी कि शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी की ओर से क्या कुछ कार्यवाही की जाती है या फिर सोशल मीडिया में आश्वासन देते नजर आ रहे हैं।


Next Story