ईडी के चार्जशीट में दावा, जांच के बाद सच्चाई आएगी सामने
अनवर पर 2200 करोड़ के घोटाले का आरोप
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। ईडी ने आज न्यायलय अनवर ढेबर को पेश किया और 13 पेज का चार्जशीट पेश किया। जिसमें 2200 करोड़ के घोटाले का राज है। शराब व्यवसायी अनवर ढेबर को ईडी ने 4 दिन की रिमांड पर ले लिया है। ईडी, उस पर 2200 करोड़ के घोटाले का आरोप लगा पड़ताल के लिए रिमांड मांगा। वही एक कांग्रेस के नेता कहा कि ये सब राजनितिक बदले बाजी की एक भावना है और कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है भाजपा के द्वारा, और कपोलकल्पित घोटाला बनाकर ईडी ने न्यायलय के समक्ष पेश किया। कांग्रेस के नेता ने ये भी जानकारी दी है कि उनके मुखिया और वरिष्ठ नेताओं ने अंदेशा जताया था कि विधानसभा चुनाव आने से पहले कई बड़े नेताओं झूठे मामलें में फंसाकर साजिश करेगी ईडी और भारतीय जनता पार्टी को इसका पूरा लाभ मिलेगा। ्र
इससे पहले ईडी ने आज सुबह 11 बजे अनवर ढेबर को ईडी के विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत के यहां पेश किया, लेकिन सुनवाई लंच के बाद तीन बजे से शुरू हुई। न्यायाधीश दोनो पक्षों को सुनने के बाद ईडी को 4 दिन की सशर्त रिमांड दी है। इस दौरान अनवर के वकील उनसे मुलाकात कर सकेंगे। ईडी अनवर ढेबर को श्वष्टढ्ढक्र 1122 के तहत तलाश रही थी। इस मामले में आयकर विभाग ने दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में एक परिवाद लंबित है। तीस हजारी कोर्ट के मेट्रोपॉलेटिन मजिस्ट्रेट ने इस परिवाद को पूरी तरह नहीं स्वीकारा था, जिसके बाद आयकर विभाग अपील में हाईकोर्ट चला गया है। रायपुर कोर्ट में बचाव पक्ष के वकील राहुल त्यागी (दोपहर ही दिल्ली से आए) फैसल रिजवी ने अनवर ढेबर की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए तर्क दिया कि ईडी को गिरफ्तार करने की अधिकारिता नहीं है।
इस पर ईडी ने रायपुर कोर्ट को विजय मदनलाल न्याय दृष्टांत दिया जिसमें ये उल्लेखित है कि यदि कहीं एफआईआर ना हो, लेकिन शिकायत मौजूद हो तो ईडी कार्रवाई कर सकती है। अनवर ढेबर की रिमांड मंजूर करते हुए स्पेशल कोर्ट ने न्याय दृष्टांत का उल्लेख करते हुए कहा है कि परमवीर सिंह सैनी बनाम बलजीत सिंह मामले में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों का अक्षरश: पालन किया जाए। शेष अन्य सभी शर्तें 'कोयला घोटाला' मामलों में पूर्व के अभियुक्तों के पक्ष में पारित पूर्व आदेशों में यथावत दोहराई जाती है।अनवर के वकील फैजल रिजवी ने मीडिया को बताया कि ये मामला राजनैतिक है और अनवर राजनैतिक द्वेष के शिकार हो रहे हैं। आरोप 2 हजार करोड़ की गड़बड़ी के लगाए गए हैं और ईडी अपने आरोप के समर्थन में 2 रुपए के सबूत भी नहीं दे पाई है। दूसरी ओर रायपुर के मेयर एजाज ढेबर जो अनवर ढेबर के छोटे भाई हैं, उनसे भी ईडी कार्यालय में आज भी पूछताछ हुई और रात 8 बजकर 15 मिनट में उन्हें छोड़ा गया कल फिर एजाज ढेबर को कल दोपहर 2 बजे ईडी दफ्तर बुलाया गया है जिसके बाद उनसे फिर मामलें में पूछताछ करेगी ईडी।
एजाज ढेबर से दोपहर 2 बजे शुरू होगी पूछताछ
बड़े भाई अनवर ढेबर को रिमांड पर लेने के बाद ईडी ने महापौर एजाज ढेबर से पूछताछ बढ़ा दी है ।शनिवार को बिना लंच ब्रेक के 8-10 घंटे चले इंट्रोगेशन के बाद ईडी के अफसरों ने आज दोपहर 2 बजे फिर से पूछताछ से लिए बुलाया है। बीते मार्च में ढेबर के घर और दफ्तर पर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापेमारी की थी।शनिवार की पूछताछ के बाद रात बाहर निकले महापौर एजाज ढेबर ने कहा, जब गलत ही नहीं किए हैं तो क्यों घबराएं। न डरें हैं और डरेंगे। बस ईडी के अफसर सही तरीके से पेश आए लेकिन पूछताछ का तरीका बहुत लंबा है। मैं रायपुर शहर का मेयर हूं। मुझे 11 से 12 घंटे तक बैठाए जाने से शहर के जरूरी काम प्रभावित होते हैं। क्योंकि यह ऐसा सेक्टर है। जिसमें हमलोग 24 घंटे सक्रिय रहते हैं। इसलिए हमने हाल ही में गोयल को पत्र भी लिखा है कि आपको जितना पूछताछ करना है, मैं पूरा सहयोग करूंगा। लेकिन बार-बार पूछताछ के लिए बुलाना और 12-12 घंटे बैठाए रहना, वह भी बेवजह।
कहा, आप लोग सोच रहेंगे, कुछ होगा तभी बुलाया गया है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है.
वही एक कांग्रेस के नेता कहा कि ये सब राजनितिक बदले बाजी की एक भावना है और कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है भाजपा के द्वारा, और कपोलकल्पित घोटाला बनाकर ईडी ने न्यायलय के समक्ष पेश किया। कांग्रेस के नेता ने ये भी जानकारी दी है कि उनके मुखिया और वरिष्ठ नेताओं ने अंदेशा जताया था कि विधानसभा चुनाव आने से पहले कई बड़े नेताओं झूठे मामलें में फंसाकर साजिश करेगी ईडी और भारतीय जनता पार्टी को इसका पूरा लाभ मिलेगा।
ईडी की ताजा कार्रवाई से कारोबारियों में हड़कंप
ईडी की ताजा कार्रवाई से जमीन-कपड़ा और सराफा कारोबारियों में हड़कंप रायपुर । ईडी की ताजा कार्रवाई से जमीन से जुड़े कारोबारी, सराफा और कपड़ा ल्यपारियों में हड़कंप मचा हुआ है। ईडी के सूत्रों की माने तो एक पुराना और प्रतिष्ठित कपड़ा कारोबारी के साथ मिलकर अनवर ढेबर ने लाखों एकड़ जमीनों की खरीदी करने के लिए हवाला से रकम लेकर जमीन के कारोबार में लगाया है। संकेत तो यहां तक मिल रहे है कि अनवर ढेबर और उक्त कपड़ा कारोबारी से जिन लोगों का जीवंत संपर्क रहा है और उनके साथ मिलकर जिन्होंने जमीन खरीदी में काले धन तो निवेश कर उसे एक नंबर में करने की कोशिश की है। जिसकी भनक लगते ही ईडी मुख्य मनी लांड्रिंग के कर्ताधर्ता अनवर ढेबर के खिलाफ मनी लांड्रिग से संबंधित दस्तावेजों को जुटाने में एक माह तक अलग-अलग जगहों में कार्रवाई करने के बाद गिरफ्तारी की। इस घटनाक्रम के आगे बढऩे जमीन, कपड़ा और सराफा कारोबारियों में एक अज्ञात भय बढऩे लगा है । न जाने कब किसे ईडी बुला ले और पूछताछ के बाद रिमांड पर भेज दे।