रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रानू साहू आईएएस, सूर्यकांत तिवारी, देवेंद्र यादव, विधायक, चंद्रदेव प्रसाद राय, विधायक, आरपी सिंह, विनोद तिवारी और 90 अचल संपत्तियों, शानदार वाहनों, आभूषणों और 51.40 करोड़ रुपये की नकदी को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। छत्तीसगढ़ राज्य में अवैध कोयला लेवी जबरन वसूली घोटाले में राम गोपाल अग्रवाल जांच के दौरान, सूर्यकांत तिवारी के साथ उपरोक्त व्यक्तियों के वित्तीय संबंधों का प्रत्यक्ष प्रमाण स्थापित किया गया था और PMLA 2002 के तहत कुर्की की कार्यवाही के लिए अपराध या समकक्ष संपत्तियों की परत बनाकर बनाई गई संपत्ति की पहचान की गई है।
विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि बादल सिंह ने जनता से रिश्ता के संवाददाता को बताया कि किसी भी प्रकार की संपत्ति जब्त नहीं की गई है. और ना नहीं संपत्ति अटैच करने के बारे में सूचना दी है. इससे पहले मिली ED की नोटिस का जवाब विधायक द्वारा दिया गया है.
इससे पहले, ईडी ने सूर्यकांत तिवारी, समीर विश्नोई आईएएस सौम्या चौरसिया (छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिकारी), सुनील अग्रवाल और अन्य की 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी। इस मामले में कुल कुर्की करीब 221.5 करोड़ रुपए हो गई है।
ईडी ने आयकर विभाग की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है। 145 से अधिक परिसरों में तलाशी ली गई है और अब तक 9 अभियुक्तों को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये सभी न्यायिक हिरासत में हैं। दिनांक 09.12.2022 एवं 30.01.2023 को माननीय विशेष न्यायालय (पीएमएलए) में सूर्यकांत तिवारी, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई आईएएस एवं अन्य के विरूद्ध अभियोजन परिवाद दायर किया गया है। ईडी की जांच से पता चला है कि इस जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये के अपराध की आय अर्जित की गई थी।
यह खबर जनता से रिश्ता द्वारा संपादित नहीं की गई है. ED ने आधिकारिक रूप से बयान जारी किया है. एजेंसी द्वारा सम्पूर्ण जानकारी ऑफिशियल ट्विटर में दिया गया है.
Total attachment in this case has reached Rs 221.5 Crore approx. pic.twitter.com/RVSNgchHHH
— ED (@dir_ed) May 9, 2023