छत्तीसगढ़

IAS रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी समेत इन लोगों की संपत्ति ED ने की अटैच

Nilmani Pal
9 May 2023 7:02 AM GMT
IAS रानू साहू और सूर्यकांत तिवारी समेत इन लोगों की संपत्ति ED ने की अटैच
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रायपुर। ED ने ₹540 करोड़ के CoalScam मामले में ₹25 रूपये प्रति टन कोयले पर कमीशन लेने के आरोप में IAS रानू साहु, सुर्यकांत तिवारी, विधायक देवेंद्र यादव, चंद्रादेव प्रसाद राय और कई लोगों की ₹51.40 करोड़ की संपत्ति अटैच की। इस मामले में एजेंसी ने ₹170 करोड़ की संपत्ति अटैच की थी. यानी अब तक कुल ₹221.5 करोड़ की संपत्ति अटैच की।

विधायक देवेंद्र यादव के प्रतिनिधि बादल सिंह ने जनता से रिश्ता के संवाददाता को बताया कि किसी भी प्रकार की संपत्ति जब्त नहीं की गई है. और ना नहीं संपत्ति अटैच करने के बारे में सूचना दी है. इससे पहले मिली ED की नोटिस का जवाब विधायक द्वारा दिया गया है.

यह खबर जनता से रिश्ता द्वारा संपादित नहीं की गई है. ED ने आधिकारिक रूप से बयान जारी किया है. एजेंसी द्वारा सम्पूर्ण जानकारी ऑफिशियल ट्विटर में दिया गया है.

आज चेंबर पदाधिकारी के भाई यहां ED ने मारी रेड

रायपुर में चेंबर पदाधिकारी भरत बजाज के भाई रवि बजाज के यहां ED ने रेड मारी है. जानकारी के मुताबिक अवैध उगाही की रकम हवाला के ज़रिए बाहर भेजने के शक में ईडी की सुबह से छापेमारी जारी है. ईडी सूत्रों का दावा है कि अरबों के लेन देन का खुलासा हो सकता है. हवाला के मुख्य कर्ता-धर्ता रवि बजाज को बताया जा रहा था. शिकायत के आधार पर ED ने यह कार्रवाई की है. शराब ट्रांसपोर्टर अरविंद सिंह से भी ईडी की कड़ी पूछताछ जारी है.

हालांकि रवि बजाज का किसी प्रकार से भरत बजाज से लेना देना नहीं है. तथा दोनों भाई अलग-अलग रहते है और व्यापार भी अलग है. ये सब परिवार सूत्रों ने बताया है. जनता से रिश्ता ने भरत बजाज से बात करने की कोशिश की लेकिन संपर्क नहीं हो सका. छापेमारी संबंधित सही जानकारी बातचीत के बाद ही मिल सकेगी।

ईडी की टीम ने इसके पहले 31 मार्च को छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में करीब 18 लोगों के 26 ठिकानों पर छापेमारी की थी. बड़े शराब कारोबारियों अमोलक सिंह भाटिया, पप्पू भाटिया, अनवर ढेबर, विनोद बिहारी, सौरभ केडिया, मनजीत चावला सहित अन्य लोगों के ठिकानों के अलावा आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी, एडीओ जनार्दन कौरव के ठिकानों पर भी छापा मारा था. प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने मैराथन पूछताछ के बाद 11 लोगों को पूछताछ के लिए ऑफिस ले आई थी. कयास लगाए जा रहे थे कि ईडी कुछ लोगों के ख़िलाफ़ प्रकरण दर्ज कर कोर्ट में पेश करेगी, लेकिन ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें दोबारा तलब करने के इरादे से नोटिस देते हुए छोड़ दिया था.



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