जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। ड्रग्स, शराब, कोकीन, अफीम जैसा नशे का कारोबार युवाओं के लिए धंधा बन चुका है। आए दिन शराब की पार्टी चलती है जिस पर पुलिस संज्ञान तक नहीं लेती। खानापूर्ति के लिए बस छोटी-मोटी कार्रवाई कर देती है। रायपुर शहर के वीआईपी रोड में नशे की अवैध पार्टी हर वीकेंड में शुरू हो जाती है। रविवार की पार्टी के लिए वीआईपी रोड स्थित होटल में शराब ले जाया जाता है, शराब पार्टी रविवार को होती है और उसके एक दिन पहले यानी प्रत्येक शनिवार को वीआईपी रोड स्थित होटलों में शराब सप्लाई की जाती है। राजधानी में पुलिस हर संभव अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है। राजधानी में वीकेंड पार्टियों को लेकर अब तक कोई रोक तो नहीं लग पाई है। शराब के लती लोग नशे में धुत होकर पार्टियों में नाचते है। वीआईपी रोड की होटलों में आए दिन शराब, गांजा, चरस, अफीम, कोकीन जैसे नशीले पदार्थों की खेप पहुंचती है जिसकी जानकारी पुलिस तक को नहीं है। नशे की पार्टी करवाने वाले होटलों के प्रबंधनों को ये पता रहता है कि ये नशे की पार्टी होने वाली है मगर फिर भी इस पार्टी पर कोई रोक नहीं लगाया जाता है। ना पुलिस इस मामले कुछ कर रही है। शहर में ड्रग्स तस्करी मामले में अब तक 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। लेकिन फिर भी नशे की पार्टियां अब तक बंद नहीं हुई है।
1 किलो गांजा के साथ 1 आरोपी गिरफ्तार
राजधानी रायपुर में 1 किलोग्राम गांजा के साथ आरोपी शुभम दुबे को गिरफ्तार किया गया है. मिली जानकारी के मुताबिक सायबर सेल की टीम को सूचना प्राप्त हुई कि थाना आजाद चैक क्षेत्रातंर्गत गांधी उद्यान पास एक व्यक्ति गांजा बिक्री करने हेतु ग्राहक की तलाश कर रहा है। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल की टीम द्वारा उक्त स्थान पर जाकर व्यक्ति को चिन्हांकित किया गया एवं बैग में रखें गांजा के साथ आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम शुभम दुबे उर्फ शिब्बू निवासी सुंदर नगर डी डी नगर रायपुर का होना बताया। टीम द्वारा आरोपी के कब्जे से 01 किलोग्राम गांजा कीमती लगभग 5,000/-रूपये जप्त कर आरोपी को अग्रिम कार्यवाही हेतु थाना आजाद चैक के सुपुर्द किया गया। जिस पर आरोपी के विरूद्ध थाना आजाद चैक में अपराध क्रमांक 38/21 धारा 20ए नारकोटिक्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध किया जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही किया गया। नशे का काला कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।
समय सीमा के बाद भी बिकती शराब
कोरोना संक्रमण के कारण जिला प्रशासन द्वारा बार के खोले व बंद करने का समय निर्धारण किया गया है। फिर भी शहर के बहुत सारे के ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां पर आधी रात के बाद शटर के नीचे से शराब पार्सल की सुविधा और अवैध बिक्री कर रहे है। ज्यादातर रिंग रोड नंबर 1 के पेट्रोल पंप के पास स्थित बार में शराब बेचे जा रहे है। दुकानदार शराब बेचने और खरीदने वाले दोनों एक दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं। इसके अलावा उन थाना क्षेत्र के पेट्रोलिंग टीम और थानेदार को भी ऐसी जगहों की जानकारी होती है। बैखोफ होकर शराब बेच रहे है। जैसे उन्हें कुछ पता ही नहीं। अधिाकंश रात के अंधेरे में शराब का अवैध कारोबार करने वाले कई बार पुलिस के साथ भी दिखते हैं। यही वजह है कि शराब का अवैध कारोबार पूरे राजधानी में चरम पर होने के बाद भी कार्रवाई की खानापूर्ति की जाती है।
पुलिस ने शुरू की सरप्राइस चेकिंग
पुलिस ने वीआईपी रोड में ही शराब की तस्करी करने वालो पर नकेल कसने के लिए सप्राइस चेकिंग का अभियान शुरू किया जिसमें पुलिस ने 13 नशेड़ी वाहन चालकों पर मोटर यान अधिनियम की धारा 185 के तहत कार्यवाही की है। राजधानी में शांति सुरक्षा, एवं सुगम यातायात व्यवस्था बनाएं रखने और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए रायपुर पुलिस और यातायात पुलिस ने एक अलग टीम बनाई है। नशे की हालत में वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के खिलाफ विशेष अभियान चलाकर कार्यवाही की है। जिसके चलते शहर के प्रमुख मार्गों और चौक चौराहों पर रात 10 बजे के बाद से रायपुर पुलिस और ट्रैफिक पुलिस का अमला संयुक्त रूप से नाकेबंदी कर ब्रीथ एनालाइजर की मदद से नशे की हालत में वाहन चलाने वाले चालकों पर मोटर यान अधिनियम की धारा 185 के तहत कार्यवाही करते हुए वाहन जप्त कर प्रकरण बनाए। शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले के नेतृत्व में विशेष चेकिंग अभियान कार्रवाई चलाई गई इस दौरान नशे की हालत में वाहन चलाने वाले 11 चार पहिया वाहन चालक और 2 दो पहिया वाहन चालकों पर मोटर यान अधिनियम की धारा 185 के तहत कार्यवाही करते हुए प्रकरण न्यायालय भेजा गया। जहां न्यायालय द्वारा प्रत्येक वाहन चालकों पर 10-10 हजार रुपए का अर्थदंड लगाते हुए दंडित किया गया। इस प्रकार कुल 1 लाख 30 हज़ार जुर्माना लगाया गया। आपको बता दें कि वीआईपी रोड पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया था जिसमें 10 वाहन चालको को नशे की हालत में वाहन चलाते पाए जाने पर मोटरयान अधिनियम की धारा 185 के तहत कार्यवाही करते हुए प्रकरण न्यायालय प्रस्तुत किया गया।
शराब का नशा युवाओं के लिए बना मौत का सौदागर
शराब का नशा युवा पीढ़ी को बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। युवाओं के भविष्य को नशा दीमक की तरह चाट रहा है। धूम्रपान व शराब से लेकर हेरोइन, गांजा व नशीले कैप्सूलों के कारोबार का आज जैसे जाल सा बिछ गया है। युवा पीढ़ी पर नशीले पदार्थों की पकड़ लगातार मजबूत हो रही है। नशा समाज के हर हिस्से में तेजी से अपने पैर पसार रहा है, खासकर युवा पीढ़ी नशे की लत की गिरफ्त में जकड़ती जा रही है। यह एक ऐसी बुराई है, जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशे के लिए समाज में शराब, गांजा, भांग, अफीम, जर्दा, गुटखा, तम्बाकू और धूम्रपान (बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, चिलम) सहित चरस, स्मैक, कोकेन, ब्राउन शूगर जैसी घातक मादक दवाओं और पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है। नशे की लत से पीडि़त व्यक्ति परिवार के साथ समाज पर बोझ बन जाता हैं।