छत्तीसगढ़

टेक्नो पार्टी के नाम पर बेचा जा रहा नशे का सामान

jantaserishta.com
21 Aug 2024 5:54 AM GMT
टेक्नो पार्टी के नाम पर बेचा जा रहा नशे का सामान
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जनता से रिश्ता की खबर पर लगी सच की मुहर.
पार्टी कब होती है अवैध
आबकारी विभाग से 50 -100 लोगों को पार्टी देने के नाम पर परिमशन लिया जाता है, जबकि पार्टी में 500 से लेकर 1000 के कम नहीं होती।
आबकारी विभाग पैसा लेकर इस तरह के अवैध पार्टी को प्रोत्साहित करता है
एक्साइज विभाग के इंस्पेक्टर कभी भी पार्टी में जाकर भौतिक सत्यापन नहीं करते कि कितने लोग पार्टी में मौैजूद है
नशे के आड़ में अलग-अलग प्रकार के नशाली पदार्थ चरस, अफीम, गांजा, कोकीन, मेंड्रेक्स जैसे नशीले पदार्थ शहर के युवाओं के परोसा जाता है। जिसके कारण राजधानी के युवा नशे के एडिक्ट होकर पार्टी में जाकर शौक पूरा करते है।
पार्टी की अनुमति होने के कारण पुलिस विभाग सीधे हस्तक्षेप करने में बेबस, मारपीट के अलावा और कोई कारण नहीं कि कानून व्यवस्था बनाने ही होटल के अंदर जा सकती है। बाकी बाहर खड़ी पुलिस को तमाशबीन का तमगा मिल जाता है
शासन प्रशासन की आंख में धूल झोंकने शराब पिलाने के दो घंटे के लाइसेंस में रात भर करते है गला तर
आबकारी विभाग सेलिब्रशन के नाम पर दो घंटे शराब पिलाने का लाइसेसं देकर अपने कर्तव्य का इतिश्री कर लेती है
रायपुर: जनता से रिश्ता लगातार नशे और नशे के सौदागरों के खिलाफ खबर प्रकाशित कर शासन प्रशासन को आगाह करते रहता है। पुलिस प्रशासन खबरों पर संज्ञान लेकर कार्रवाई भी कर रही है,उसके बाद भी नसे के सौदागरों ने पार्टी को नए -नए नाम से आयोजित कर शराब के साथ नशे का समान परोस रही है। राजधानी में वीआईपी रोड का नाम सुनते ही कान खड़े हो जाते है। यह रोड सनातनी संस्कृति की खुले आम धज्जियां उड़ाने वाले रोड के नाम से बदनाम हो चुका है। नशे में झूमते युवक-युवतियों का हुड़दंग मचाना आम बात है । नशा परोसने के लिए नशे के सौदागर पार्टियों का नाम बदल -बदल कर नशीली गोली से लेकर अफीम-चरस औऱ शराब परोस रहे है। छत्तीसगढ़ में नशे के सौदागरों का एक गिरोह सक्रिय है जो बड़े -बड़े शहरों के पाश कालोनियों और आऊटर के होटलों में टेक्नो पार्टी के नाम पर नशा परोस रहे है। राजधानी के रइसों का एक अघोषित संगठन है जो रातों को रंगीन बनाने के लिए कई तरह के आयोजन कर उस पार्टी में नंगा नाच कराने से भी नहीं चूक रहे है। जब पार्टी में युवक-युवितयां फुल नशे के आगोश में होकर सारी हदें पार कर देती है। रोड पर इश्क का प्रदर्शन करने से भी नहीं हिचकती है।
कानून कायदे नियमों की धज्जियां उड़ा रही टेक्नो पार्टी
टेक्नो पार्टी भी कुछ इसी तरह कानून कायदे नियमों की धज्जियां उड़ीं.है। .रायपुर जिले में जब सभी लोग सो जाते है तब वीआईपी रोड की सुबह होती है। सारी रात युवक -युवतियों की धमाचौकड़ी मची रहती है। ये है टेक्नो पार्टी के नाम पर कानून कायदे को घुटने पर टिका दो.। वीआईपी रोड स्थिति कैफे कोपायको यश खत्री कंपनी दारा टेक्नो पार्टी का आयोजित किया गया था। रात के 1:00 बजे तक पार्टी आयोजित किया बिना किसी प्रशासन के डर के।
नशीले पदार्थ की सप्लाई का बेहतरीन तरीका
वैसे तो सर्व विदित है कि रायपुर राजधानी नशे के सौदागरों का स्वर्ग है, जहां देस भर के नशीले पदार्थ के तस्कर होटलों और ढाबों को सुरक्षित ठिकानों के रूप में इस्तेमाल करते है और यही पर परोसा जाता नशीले पदार्थ जिसके तड़प में नसे के एडिक्ट युवा खींचे चे आते है। वीआईपी रोड में अवैध तरीके से टेक्नो पार्टी चलाया जा रहा है जो रायपुर शहर में लेट नाईट पार्टी को एक नया नाम देकर टेक्नो पार्टी के नाम से जाना जाता है। जहां पर नशे का सामान बेचा जाता था। नशे के सभी चीजे टेक्नो पार्टी में बेचने के लिए टेक्नो कार्यक्रम अयोजत किया गया था। जिला आबकारी विभाग से 1 दिन का लाइसेंस लिया जाता है जिसका नियम 11 बजे तक रहता है आबकारी विभाग से शादी या सालगिरह और सेलिब्रेशन के नाम से लाइसेंस देता है जिसमें सिर्फ एक दिन समारोह के रूप में शराब परोसा जाता है यहां पर टेक्नो पार्टी के नाम पर सारी रात नंगा नाच कार्यक्रम होता है िजसमें शराब के अलावा भी नसे से जुड़े सामान को परोसा जाता रहा है। शराब के आड़ में नशे के शोकीनों को उनके मनपसंद नशीले पदार्थ देकर मनमाना पैसा वसूला जाता है। ताकि टेक्नो पार्टी का पूरा खर्च एक ही कस्टमर से निकल जाए ।
आम आदमी पार्टी करेगी प्रदर्शन
रायपुर के तेलीबांधा थाना के स्टाफ द्वार रेड मारा गया कैफ़े से शराब भी जप्त किया गया है। परंतु वहां से अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ इस घटना को लेकर आम आदमी पार्टी के यूथ विंग के द्वारा कार्यवाही को लेकर मांग की गई है । कार्रवाई नहीं होने पर आम आदमी पार्टी यूथ विंग द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। इस पूरी घटना की जानकारी आम आदमी पार्टी के यूथ विंग रायपुर जिला संयुक्त सचिव विकास दास मानिकपुरी ने दिया।
निजात अभियान के लिए बनी चुनौती टेक्नो पार्टी
अब देखना यह है क्या इस पूरे मामले में पुलिस द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है जहां नशे को पूरे तरीके से बंद करने के लिए निजात अभियान चलाया जा रहा है। वहीं इस तरह की खबर निंदनीय है अगर राजधानी में इस तरह का नशे का कारोबार चल रहा है तो पुलिस प्रशासन इन नशे के कारोबार करने वालों पर अभी तक लगाम क्यों नहीं लगा पा रही है। यह एक बहुत बड़ा सवाल है अब देखना यह है कि इन नशे के कारोबारी पर क्या करवाई होती है।
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