छत्तीसगढ़

राजधानी में यूपी से भिलाई के रास्ते पहुंच रही नशीली सिरप

Admin2
5 Dec 2020 6:15 AM GMT
राजधानी में यूपी से भिलाई के रास्ते पहुंच रही नशीली सिरप
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संतोषी नगर में पकड़ाए दो नशे के सप्लायरों ने किया खुलासा

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। पुलिस ने संतोषी नगर इलाके में नशीली सिरप बेचते हुए शुक्रवार को दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 150 बोतल सिरप जब्त किया है। उन्हें सिरप की सप्लाई करने वाले भिलाई के युवक की पुलिस तलाश कर रही हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार नशीली दवाई मामले में पिछले एक महीने के भीतर 20 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी हैं। पुलिस ने बताया कि मठपुरैना का मोहम्मद असीम उर्फ गुड्डन और अनिरुद्ध कामड़े दोनों घूम-घूमकर नशीली दवाई बेचते हैं। आरोपियों का भिलाई से लिंक जुड़ा हुआ है। भिलाई से एक युवक उन्हें सिरप और टेबलेट लाकर देता है, जिसे आरोपी बस्तियों में जाकर दोगुने दाम में बेच रहे है। आरोपी पिछले डेढ़ साल से नशीली दवाई की तस्करी कर रहे हैं। उनके खिलाफ कई बार पुलिस के पास शिकायतें आई है। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे के लिए छापा भी मारा, लेकिन पकड़ नहीं पाए। आरोपियों ने बताया कि महाराष्ट्र और ओडिशा के अलावा यूपी से सिरप की बड़ी खेप आती है।

राजधानी में बड़े पैमाने पर यूपी से नशीली सिरप लाकर खपाया जा रहा है। सिरप को सीधे शहर लाने के बजाय उसे भिलाई में डंप किया जा रहा है। वहां से थोड़ा-थोड़ा करके अलग-अलग रास्तों से रायपुर लाया जाता है। उसकी तस्करी की जाती हैं। ज्यादातर नशीली दवाइयां अभी यूपी से आ रही है।

कार और ट्रांसपोर्ट के माध्यम से दवाइयों को लाया जाता है। पुलिस को शक न हो, इसलिए भिलाई में डंप किया जाता है। वहां से थोड़ा-थोड़ाकर के रायपुर लाकर खपाया जाता है। पुलिस नशीली दवाई की सप्लाई करने वाले गिरोह की तलाश में जुटी है। पुलिस रोज छापा मारकर नशीली दवाई बेचने वालों को पकड़ रही है। हालांकि दवाइयों की सप्लाई करने वाला कोई बड़ा आदमी अभी तक हाथ नहीं लगा है। पुलिस का दावा है कि दूसरे शहरों में बैठकर नशे का कारोबार करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। पुलिस की स्पेशल टीम बड़े तस्करों की तलाश में जुटी हुई हैं।

अफीम-डोडा सप्लाई करने वाले का नेटवर्क बंगाल तक

राजधानी में अफीम और डोडा चूरा सप्लाई करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड सुंदर सिंह संधु का नेटवर्क सिर्फ पश्चिम बंगाल ही नहीं, बल्कि झारखंड तक फैला है। पुलिस की जांच में कई राज खुले हैं। झारखंड के सौदागरों से वह सस्ते दाम पर अफीम और डोडा चूरा खरीदता था। वह गिरोह मंदिरहसौद स्थित सुंदर के ढाबा तक मादक पदार्थ पहुंचाता था। इसके बाद वह अपने ढाबा में छिपाकर अफीम और डोडा नशेडिय़ों को बेचता था। गिरोह का मास्टर माइंड सुंदर सिंह सालभर से अधिक समय से अफीम और डोडा चूरा की बिक्री करता था। पुलिस अब नशे के सौदागरों की डिटेल खंगाल रही है। 50 हजार में खरीदता था अफीम पुलिस के मुताबिक अफीम व डोडा सप्लाई करने वाला झारखंड का गिरोह मंदिरहसौद तक पहुंचाकर करीब 50 हजार रुपए प्रतिकिग्रा की दर से सुंदर को अफीम बेचता था। सुंदर उसे करीब एक लाख रुपए प्रति किग्रा के हिसाब से चिल्हर में बेचता था। वहीं, 5 से 6 हजार रुपए किग्रा में डोडा बेचता था।

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