छत्तीसगढ़

ड्रग विभाग ने मारा छापा, 270 लीटर सैनिटाइजर जब्त

Admin2
3 May 2021 6:15 AM GMT
ड्रग विभाग ने मारा छापा, 270 लीटर सैनिटाइजर जब्त
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आपदा को अवसर बनाने वालों ने लोगों को लुटने कई तरीके ढूंढेघर में नकली सेनेटाइजर बनाकर दुकानों में कर रहा था सप्लाई

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। कोरोना काल में रेमडेसिविर की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रहा है। वहीं आपदा को अवसर बनाने वालों ने नकली सेनिटाइजर और नकली कोरोना जांच रिपोर्ट बनाने का मामला फूटा। खाद्य और औषधि प्रशासन लगातार कालाबाजारियों और अवैध काम करने वालों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। अवैध रूप से नकली सेनिटाइजर बनाने का खुलासा करने के बाद ड्रग डिपार्टमेंट ने छापा मारा है। टीम अभी कार्रवाई कर रही है। मिली जानकारी के मुताबिक ड्रग डिपार्टमेंट ने शैलेंद्र नगर के एक घर में दबिश देकर कार्रवाई की है। बताया जा रहा है कि घर में ही अवैध रूप से नकली सेनिटाइजर बनाया जा रहा था। छापामार कार्रवाई के दौरान ड्रग डिपार्टमेंट की टीम ने भारी मात्रा में सेनिटाइजर बरामद किया है।

आरोपी के ठिकाने से से 270 लीटर सेनिटाइजर जब्त किया गया । सेनिटाइजर की जांच के लिए लैब भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के निरीक्षक नीरज साहू ने बताया कि शैलेंद्र नगर स्थित मकान नं ई-69 में निवासरत आरोपी नकली सेनिटाइजर बनाने का करता है। मुखबिर की सूचना पर अवैध फैक्ट्री संचालित स्थल पर चापामार कार्रवाई की गई।

पिछले दिनों 3 मेडिकल दुकानों में भी की गई छापामार कार्रवाई : जिले सहित प्रदेशभर में अमानक सैनिटाइजर की सप्लाई को लेकर लगातार शिकायत के बीच औषधि विभाग ने राजधानी के तीन मेडिकल दुकानों में छापामार कार्रवाई की है। यहां से सैनिटाइजर समेत अन्य दवाओं के सैंपल लेकर लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। औषधि विभाग के अधिकारियों ने रजबंधा मैदान स्थित श्रीहरी डिस्ट्रीब्यूटर्स, अक्षय मेडिकोज, ओएस फार्मा, डूमरतराई के अपेक्स मेडिकल में छापामार कार्रवाई कर सैनेटाइजर के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। कोरोना को लेकर बढ़े सैनिटाइजर की खपत को देखते हुए मेडिकल दुकानों में अमानक सैनिटाइजर बेचे जाने की शिकायत मिल रही थी। इसे लेकर औषधि विभाग के अधिकारियों में इन चार मेडिकल दुकानों में दबिश दी। अधिकारियों को अचानक देख मेडिकल संचालकों हड़बड़ा गए। सैनिटाइजर जांच के साथ ही अन्य दवाओं के भी सैंपल लिए गए हैं। विभाग शिकायत मिलने पर दवाओं के मूल्य से अधिक में बेचे जाने, अमानक दवा और दवाओं की कालाबाजारी को लेकर लगातार कार्रवाई कर रही है। डूमरतराई में ड्रग इंस्पेक्टर टेकचंद ने जबकि रजबंधा मैदान स्थित मेडिकल दुकानों में परमानंद वर्मा ने कार्रवाई की है। महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश में कोहराम मचा रखा है। इस दौरान कई जगहों पर नकली दावओं के पकड़े जाने की खबरों ने लोगों के मन में और दहशत भर दी है।

दरअसल, मुंहमांगे दाम देने के बाद भी लोगों को डर है कि उनके परिजनों की जान बचेगी या नहीं। उधर, कोरोना की दूसरी लहर को काबू करने के लिए रायपुर में नौ अप्रैल से लगाए गए लॉक डाउन को दो बार बढ़ाकर पांच मई तक कर दिया गया है।

आशीष गोयल के अवैध सेनिटाइजर फैक्ट्री में दबिश देकर सेनिटाइजर केमिकल व अन्य सामान जब्त किया गया है। सेनिटाइजर को जांच के लिए भेजा है, रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी।

-कमलकांत पाटनवार, सहायक नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन

नकली रिपोर्ट बनाने वाला फर्जी लैब टेक्नीशियन गिरफ्तार

वहीं पुलिस ने एक अन्य मामले में फर्जी कोरोना रिपोर्ट देने वाले एक आरोपी को दबोचा है। बताया जा रहा है कि फर्जी लैब टेक्नीशियन घरों में जाकर कोरोना टेस्ट करता था और फर्जी रिपोर्ट देता है। इस तरह कई लोगों को चूना लगाया है। फर्जी लैब टेक्नीशियन के इस काले कारनामे के चलते कई लोगों की जान भी चली गई। वहीं इस मामले के खुलासे से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। मंदिर हसौद थाना पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने बताया कि आरोपी घरों में जाकर लोगों का कोरोना टेस्ट करता था। इसके बाद निजी मेडिकल कॉलेज की फर्जी रिपोर्ट देता था। इस तरह आरोपी ने शहर के तेलीबांधा समेत कई इलाकों में जाकर कोरोना का टेस्ट किया है। वहीं इस मामले का खुलासा तब हुआ जब एक पीडि़त ने दूसरे जगह जांच कराई। पुलिस अभी आरोपी से पूछताछ कर रही हैं। प्रारंभिक जांच में कई गलत रिपोर्ट होना पाया पाया गया. पुलिस के मुताबिक मोवा के दुबे कालोनी निवासी रमेश मंगेशकर लैब टेक्निशियन है, वह आनंदी डाग्नोस्टिक में काम करता है। इसके अलावा घर जाकर सैंपल कलेक्शन भी करता है। वह कोरोना जांच के लिए आरटीपीसीआर का सैंपल भी लेता है। इसके बाद सैंपल को जांच के लिए रिम्स में जमा करता था।

50 से ज्यादा लोगों की नकली रिपोर्ट बनाई : आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने करीब दो दर्जन लोगों की जांच रिपोर्ट इसी तरह बनाई है इनमें से कई लोग अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती है, और कुछ लोग बाहर है। पुलिस को शक है कि आरोपी ने 50 से ज्यादा लोगों की नकली आरटीपीसीआर रिपोर्ट बनाई है। फिलहाल पुलिस ने रेशम के खिलाफ रिम्स के डाक्टर विवेक कुमार की शिकायत पर धोखाधड़ी, कूटरचना आदि के तहत अपराध दर्ज किया है।


आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। करीब दो दर्जन लोगों की नकली रिपोर्ट बनाना स्वीकार किया है। मामले की जांच की जा रही है।

- अश्वनी राठौर, टीआई मंदिर हसौद

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