छत्तीसगढ़

नशे के सौदागरों की पुलिस में घुसपैठ पहुंचने से पहले लग जाती है भनक

Admin2
15 May 2021 6:43 AM GMT
नशे के सौदागरों की पुलिस में घुसपैठ पहुंचने से पहले लग जाती है भनक
x

नशे के अड्डों पर दबिश के बाद भी आरोपियों को पकड़ नहीं पा रही पुलिस

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में पुलिस की कार्रवाई के बाद भी अवैध नशे का सामान बिकने का सिलसिला लगातार जारी है। राजधानी में जितने भी निचली बस्तियों के आसपास और पौश कालोनियों से लगे हुए इलाकों में विशेष कर गांजे और अफीम बेचने वाले सरगना काफी सक्रिय हो गए है। पुलिस जानकरी पर ऐसे लोगों को पकडऩे के लिए जाती है लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही ये लोग भाग जाते है। अब सवाल ये उठता है कि ऐसे मुजरिमों को कौन खबर दे देता है कि पुलिस उनके अड्डे में आने वाली है और वो अपराधी वहा से भाग जाते है। पुलिसिया महकमे का ही कोई इन मुजरिमों को खबर नहीं देता है जिससे इनमे अपराध करने की क्षमता बढ़ती जा रही है और पुलिस इन्हे रोके उससे पहले ये अपराधी फरार हो जा रहे है।

लॉक डाउन में भी अवैध कारोबार : राजधानी में जारी लॉकडाउन के बाद भी नशे का कारोबार चल रहा है। रायपुर में नशे का कारोबार करने वाले हर तरह का जुगाड़ लगाकर अपना कारोबार बढ़ा रहे है। चाहे वो कारोबार गांजा का हो, चाहे शराब का, चाहे वो कारोबार सट्टा का हो, चाहे जुआ है। लेकिन ये अवैध कारोबार हर गली में चल रहा है। ऐसा भी नहीं की पुलिस इन सबसे बेखबर है। पुलिस ने बहुत पहले ही इन सभी अवैध कारोबारों को अपने संज्ञान में ले लिया था। पुलिस जब भी ऐसे कारोबार को बंद करने के लिए अपराधी को पकडऩे जाती है तो आपराधिक गतिविधि वाले लोग किसी न किसी गली में घुसकर अपनी जान बचाकर भाग जाते है।

लाखेनगर इलाके में बिक रहा गांजा : लाखेनगर इलाके में लॉकडाउन की वजह से 24 घंटे पुलिस गश्त लगाकर बैठे रहती है लेकिन उसके बाद भी अवैध कारोबार करने वाले लोग गांजे और शराब की बिक्री कर रहे है। जब-जब पुलिस कार्रवाई करने जाती है तो ये नशे के सौदागर अपने-अपने अड्डों से भाग निकलते है। पुलिस की हाथ कोई नहीं आता। सूत्रों से मिली जानकरी के मुताबिक अवैध गांजा का कारोबार करने वाले लोग इतने शातिर होते है कि अपने कारोबार को बचाने के लिए हर महीने पेट्रोलिंग गाडिय़ों को पैसों का भेंट चढ़ाते है। और अपने काले कमाई का कुछ हिस्सा छुटभैय्ये नेताओं को देकर अपना कारोबार धडल्ले से चलने लगते है।

रवि का सट्टा सालों से आबाद : अपराध के मामलों में सबसे आगे रहने वाला इलाका कालीबाड़ी जहां ना सिर्फ गांजा, अफीम, चरस, अवैध शराब, जुआ-सट्टा सब चलता है और ये सिर्फ एक ही अपराधी के इशारे से चल रहा है वो है रवि साहू। जो कालीबाड़ी इलाके में खुलेआम अपने अवैध धंधों को अंजाम देता है। रवि साहू कालीबाड़ी इलाके में कई सालों से अपना अवैध कारोबार चला रहा है कई बार पुलिस कार्रवाई करती है लेकिन छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण की वजह से रवि को मुचलके में छोड़ दिया जाता है। राजधानी में नशा और सट्टा-जुआ का कारोबार पूरी तरह उफान पर है, ऐसे अवैध कारोबार करने वाले मुख्य संचालक और असामाजिक तत्व अपने अड्डों में ना रहकर शहर के बाहर से अपने भरोसेमंद गुर्गों की मदद से इसका संचालन कर रहे है। कालीबाड़ी में रवि साहू गैंग के गुर्गे अब एक बार फिर से सक्रिय हो चुके है। ग्राहकों को सट्टा खिलाना और गांजा पिलाना उनका पुराना पेशा था।

जमानती धाराएं, अपराधियों के हौसले बुलंद

सटोरिये और जुआ कारोबारियों की हिम्मत इतनी बढ़ गई है क्योकिं राज्य में कमजोर धाराओं का बसेरा है। और छुटभैय्या नेताओं के एक फोन कॉल से ही जमानत की अर्जी मंजूर हो जाती है। जिसके चलते रवि साहू गैंग, अनिल आलू गैंग, तंजील गैंग, नत्थानी गैंग, आसिफ गैंग खुलेेआम अपना सट्टा-जुआ चलाने के बाद भी कमजोर धाराओं के चलते पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सकते है। जबकि सभी जानते है कि प्रदेश में आईपीएल हो या न हो सट्टा और जुआ के साथ बेरोजगारों को कर्ज देकर नशेडिय़़ों को गांजा, कोकीन पहुंचाने के लिए मोटर साइकिल देकर कोरियर ब्वाय बना उन्हें भी फ्री में सुट्टा लगवाकर बेगारी करवा रहे है। यानी सट्टा पट्टी लिखवाने का काम सौंप पर कमीशन के काम से लगा दिया जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि सट्टा जुआ की कमजोर धाराओं से पुलिस को भी सट्टा-जुआ पकडऩे के बाद तत्काल जमानत देकर छोडऩा पड़ता है और यहीं कारण है कि सटोरियों और जुआरियों को बार-बार कानून तोडऩे का मौका मिल जाता है।

14 लीटर महुआ शराब के साथ 2 गिरफ्तार, आबकारी एक्ट के तहत हुई कार्रवाई

अवैध शराब ले जाते पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 14 लीटर देशी महुआ शराब जब्त की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार खरोरा पुलिस ने ग्राम बुडेनी में बीती रात अवैध शराब ले जाने की सूचना पर घेराबंदी कर एक युवक को गिरफ्तार कर उसके पास से 2 जरिकेन में 10 लीटर महुआ देसी शराब जब्त की। पकड़े गए आरोपी का नाम पता पूछने पर अपना नाम दीपक पारधी 20 वर्ष ग्राम बुडेनी खरोरा बताया है। इसी तरह शुक्रवार को सुबह 10 बजे के करीब एक व्यक्ति को चेकिंग के दौरान एक जेरिकेन में 4 लीटर देसी शराब ले जाते घेराबंदी कर पकड़ा। पकड़े गए आरोपी का नाम अरविंद पुष्पकार 36 वर्ष निवासी बीरगांव जागृति नगर उरला बताया। पकड़े गए दोनों आरोपियों के खिलाफ अवैध शराब रखने के जुर्म में आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।

Next Story