नशे के सौदागर को रायपुर पुलिस ने धर दबोचा, महंगी ड्रग्स-हेरोइन जब्त
ट्रक के केबिन से पुलिस को मिली 1.2 ग्राम हेरोइन, आरोपित गिरफ्तार
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। प्रदेश में युवाओं को ड्रग के सौदागरों ने नागफांस की तरह जकड़ लिया है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में ड्रग सप्लायरों का जाल बिछा हुआ है। राजधानी में एक तरफ पुलिस मुस्तैदी से नशे के कारोबार पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है लेकिन वही दूसरी तरफ नशे का कारोबार करने वाले लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। ड्रग्स मामले में पुलिस की इतनी कड़ी कार्रवाई के बाद भी नशे के करोबारी अपने कारोबार को बढ़ाने से बाज नहीं आ रहे है। राजधानी में नशे का कारोबार करने वाले अपराधी अपना शिकंजा कसते जा रहे हैं। जिसके चलते पुलिस के सामने भी ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ड्रग्स सप्लाई के मामले में रायपुर पुलिस पूरी तरह एक्शन के मूड में है।
आमानाका इलाके में ड्रग्स के साथ एक गिरफ्तार
रायपुर में एक बार फिर ड्रग्स जैसे नशे के सौदागर को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस ने आरोपित सुखजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। नशे के सौदागर को पकडऩे का मामला रायपुर के आमानाका थाना इलाके के हीरापुर छठ तालाब के पास का है, जहां पुलिस को ट्रक क्र. सीजी 04 एलक्यू 1677 के केबिन से 1.2 ग्राम हेरोइन ड्रग मिली, जिसे पुलिस ने जब्त कर आरोपित सुखजीत सिंह (42) के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 ए के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। आशंका जताई जा रही है कि जेल से जमानत पर छूटे कुछ आरोपित अब फिर से इस रैकेट को सक्रिय कर रहे हैं, जिसकी जांच में पुलिस जुटी हुई है। फिलहाल पुलिस आरोपित सुखजीत सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आरोपित सुखजीत सिंह की निशानदेही पर अन्य सौदागरों पर भी पुलिस शिकंजा कस सकती है। बता दें कि पिछले वर्ष लगातार हुई कार्रवाई के बाद रायपुर में पुलिस ने कुल 20 युवक और युवतियों को गिरफ्तार कर उन पर एनडीपीएस एक्ट की धाराओं के तहत कार्रवाई की थी और उन्हें हवालात पहुंचाया था। इस कार्रवाई में रायपुर, भिलाई, दुर्ग, बिलासपुर सहित माया नगरी मुम्बई तक के सप्लायर को पकडऩे में पुलिस को सफलता मिली थी। साथ ही कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। जो राजधानी में होने वाली लेट नाईट वीकेंड पार्टी में रईसजादों को इस महंगे नशे की लत लगवाते थे, उन्हें पकड़ा गया था।
नशे के लिए इंजेक्शन का भी इस्तेमाल
शहर के दवाई दुकानों में एलप्रेक्स ट्राइका, एटीवान, लोराजीपाम, रिवोट्रील क्लोनाजीपाम ऐसी दवाएं हैं, जिनका उपयोग नशे के लिए किया जाने लगा है। इन दवाओं को ज्यादातर नींद न आना, दर्द और तनाव को दूर करने वाले मरीज को दिया जाता है। इतना ही नहीं, शहर के युवाओं द्वारा नशे के लिए फोर्टविन इंजेक्शन का इस्तेमाल करने की बात भी सामने आई है। यह इंजेक्शन डॉक्टर मरीजों का दर्द ठीक करने के लिए उपयोग करते हैं। इस दर्द निवारक इंजेक्शन का उपयोग गलत तरीके से किया जा रहा है। बिना डॉक्टर के लिखे यह दवा किसी को भी उपलब्ध नहीं कराई जा सकती। मगर नशे के लती नकली पर्ची दिखाकर नशे की गोलियां, इंजेक्शन और भी दवाइयां ले लेते है।
ड्रग माफिया हिस्ट्रीशीटरों के साथ चल रहा धंधा
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी नशे का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। हिस्ट्रीशीटरों से जुड़े कई तस्कर खुलेआम कहीं गांजे की चिलम जलाते हैं, तो कहीं पुडिय़ां बनाकर बेचते हैं। लोगों की लगातार शिकायतों के बाद पुलिस ने आधी रात तक पीसीआर वैन में घूमती रहती है मगर उसके बाद भी हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार नहीं हो पाते है। राजधानी की हाईप्रोफाइल पार्टियों में ड्रग्स पार्टी करने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। और नशे के इस काले धंधे पर वार शुरू कर दिया है। राजधानी में अपराध दिन ब दिन बढ़ते जा रहे है। शहर के युवा नशे की गिरफ्त में है। स्थिति इतनी खराब है कि कम उम्र के नाबालिग बच्चे भी नशा कर रहें है। नशा एक धीमा जहर है। आज की युवा पीढ़ी ड्रग्स, अफीम, ब्राउन शुगर, तंबाकू, चरस, गांजा सहित अन्य नशीले पदार्थो का इस्तेमाल कर रही है। मुंबई में ड्रग्स आपूर्ति की आंच अभी ठंडी नहीं हुई है मगर राजधानी में इसका धुआं उठते दिख रहा है। कोकीन जिसे लोग वाइट पाउडर कहते है इसका खुमार अब युवाओं के सिर पर चढऩे लगा है और ये कोकीन मुंबई से ही यहां लाया जाता है।