छत्तीसगढ़

राजधानी में दिल्ली-यूपी से पहुंच रही नशीली दवाइयों की खेप

Admin2
18 March 2021 5:19 AM GMT
राजधानी में दिल्ली-यूपी से पहुंच रही नशीली दवाइयों की खेप
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ट्रांसपोर्टरों-तस्करों से कारोबारियों की मिलीभगत

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। नशे का व्यापार पूरे शहर भर में बढ़ते जा रहा है नशे के सौदागरों ने राजधानी को अपना गुलाम बना लिया है और युवाओं को अपना दलाल। ये वो दलाल है जो चंद रुपयों के लिए नशे के दलदल अपने साथ दूसरों को भी धकेल लेते है। आखिरकार नशा क्या शहर में युवाओं की जड़ो को काट रहा है ? या फिर युवाओं में नशा सिर्फ पार्टियों के लिए बिकते जा रहा है। नशे के काले कारोबार की सच्चाई रोंगटे खड़े कर देती है। यह समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। नशे को लेकर रायपुर निशाने पर तो था ही अब ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि पहले युवाओं को नशे का शिकार बनाया जाता है और फिर उनको ड्रग पैडलर बनाया जा रहा है। इसकी अनदेखी बहुत भारी पड़ सकती है। वीआईपी रोड की बड़ी होटलों में शराब की पार्टी चलना आम बात है। राजधानी में अपराध के सिलसिले आए दिन बढ़ते जा रहे है। शहर में नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। राजधानी में ऐसे स्थान भी हैं, जहां पुडिय़ा या माल बोले तो हाथ में तुरंत गांजे की पुडिय़ा आ जाएगी। चौंकाने वाली बात है कि यहां बच्चा-बच्चा इसको जानता है, गांजे का कारोबार शहर की गली-गली में इस कदर फैल चुका है कि कहीं थोड़ी दूरी पर तो कहीं घर से ही नशा बेचा जा रहा है। बेखौफ कारोबार करने वालों ने महिलाओं और बच्चों को भी इसमें झोंक रखा है। गांजे के तलबगार 50 या 100 रुपए देकर आसानी से नशा खरीद रहे हैं। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी नशे के सौदागर अपने कारोबार को बंद नहीं करते है।

जनता से रिश्ता ने लगातार नशा पार्टी की खबरें की प्रकाशित : जनता से रिश्ता में लगातार खबरें प्रकाशित की है, उसके बाद भी पुलिस की ढिलाई के चलते राजधानी के बड़े होटलों और पब्स में खुलेआम अवैध नाइट पार्टियां चलती है, प्रशासन के बिना अनुमति के छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण में होटल, क्लब संचालक बेखौफ इन पार्टियों का आयोजन कर रहे है। जिसमें समय सीमा खत्म होने के बाद भी शराब और हुक्के परोसे जाते है। पार्टी के आयोजन कर्ताओं और होटलों के संचालकों को इलाके के पुलिस थानों से भी संरक्षण मिल रहा है। इसका पुख्ता सुबूत जनता से रिश्ता के पास मौजूद है। नशे की पार्टियों के कई वीडियो भी सामने आए हैं जिससे पार्टी के आयोजनकर्ताओं को पहचाना जा सकता है। वीकेंड की रात भी पुलिस तमाम कोशिशों के बाद भी नाइट पार्टियों को समय पर बंद नहीं करा पाए और दिखावे के लिए आयोजित कैंडल नाइट डिनर के बाद कई होटलों और पबों में देर रात तक पार्टियां चलती रही। जिसमें शराब और नशा भी बेचा गया है।

नशे का काला कारोबार राजधानी से : रायपुर जिले का हर थाना क्षेत्र हर नशे का गढ़ बन गया है। यहाँ गांजा अवैध शराब सहित मेडिशिन नशे का अवैध काला कारोबार अब दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रायपुर शहर व ग्रामीण क्षेत्र में यत्र तत्र अवैध नशे का कारोबार इस तरह फल फूल रहा है मानो इन कारोबारियों को प्रशासन का कोई खौफ ही नही है। शहर के तेलीबांधा से लेकर वीआईपी रोड नशे का गढ़ माना जा रहा है।

यहाँ दिन रात अवैध नशे का सामान गांजा कोरेक्स फेंसेडिल नाइट्रावेट आदि धड़ल्ले से बेचा जाता है। बताया जाता है कि खांसी सर्दी में उपयोग होने वाली दवा यहाँ के नशेडिय़ों के लिए नशे का आधार बन गई है जिसमें युवा वर्ग इसकी गिरफ्त में ज्यादा समाते जा रहे है। बताया जाता है कि यह मेडिशिन नशा बिना महक व गंध का होता है जिससे कई युवा इसे प्रमुख नशा के रूप में उपयोग करते है।

शहर में बढ़ रहा नशा

बड़े शहरों की तर्ज पर रायपुर नशाखोरी का अड्डा बनता जा रहा है। सबसे ज्यादा युवा वर्ग इसकी चपेट में है। रायपुर शहर में अफीम, चरस, गांजा, ड्रग्स, नशीले इंजेक्शन और टैबलेट समेत अन्य माध्यमों से नशा किया जा रहा है। नशे के मंहगे माध्यमों के लिए बड़ा नेटवर्क शहर में पांव पसार रहा है। जो भारी मात्रा में नशे की खेप रायपुर पहुंचा रहा है। रायपुर में पुलिस का तंत्र कमजोर हो गया है। इस कारण नशा माफिया सक्रिय होकर इस अवैध कारोबार में तेजी पकड़ रहे हैं। पुलिस कभी कभार नशे के खिलाफ कार्रवाई करत नजर आती है लेकिन अभी तक सरगना तक पहुंच पाने में पुलिस नाकाम रही है।

रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई, नशीली टेबलेट बेचने वाले सात गिरफ्तार

नशीली दवाओं के जरिये युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की कोशिश करने वाले सात आरोपितों को रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। नशा का काला कारोबार करने वाले कारोबारियों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। पहली कार्रवाई में कांकेर निवासी आरोपित प्रतीक शर्मा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से 250 नग नशीली टेबलेट बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई कोतवाली पुलिस ने की है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी नेहरू नगर में नशीली गोली की बिक्री कर रहा था। पुलिस ने आरोपित के पास से अलफ्राजोलम की टेबलेट भी जब्त की हैं। एडिशनल एसपी शहर लखन पटले ने जानकारी देते हुए बताया कि रायपुर पुलिस लगातार प्रतिबंधित नशीली दवाओं और सिरप की खरीद, बिक्री करने वालों के ऊपर कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में कोतवाली इलाके के नेहरू नगर में नशीली दवा बेचते हुए कांकेर के रहने वाले प्रतीक शर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोपित कांकेर से मोटरसायकल बनवाने आया था। कांकेर में किसी व्यक्ति ने इसे दवा दी थी। वही से वह प्रतिबंधित दवा लेकर यहां बेचने आया था।

दिल्ली से मंगाया टेबलेट

पुलिस को अब तक जांच में पता चला है कि तस्करों का दिल्ली में तगड़ा लिंक है। इस वजह से इतनी बड़ी मात्रा में एक साथ नशीली दवाओं का स्टॉक उन्हें मिल गया। रायपुर में ज्यादातर नशीली दवाइयां ओडिशा, दिल्ली, महाराष्ट्र से यहां सप्लाई की जाती हैं। तस्कर गिरोह पुलिस से बचने के लिए पूरा स्टॉक रायपुर में न लाकर आसपास के किसी शहर में डंप करते है।

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