फादर ऑफ ग्रीन रिवोल्यूशन थे डॉ स्वामीनाथन : मल्लिकार्जुन खड़गे
रायपुर। कृषक सह श्रमिक सम्मेलन में मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने सम्बोधन में कहा कि मै छत्तीसगढ़ आया हूं और देख रहा हूं सारे कार्यक्रम अच्छे तरीके से भूपेश बघेल जी की सरकार चला रही है और उसका लाभ आप सभी को मिल रहा है। खड़गे जी ने स्वामीनाथन जी को याद किया। मैं उनके बहुत करीब रहा, उनका जाना बहुत दुःखद है। भारत में हरित क्रांति के जनक थे। उनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा देश के किसानों के लिए। श्री खड़गे ने सम्मेलन में दो मिनट का मौन धारण कर डॉ. स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि दी।
डा. स्वामीनाथन को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि डा. स्वामीनाथन ग्रीन रिवोल्यूशन लेकर आये। एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी का उन्होंने मुझे मेंबर बनाया था। स्वामीनाथन जी उस वक्त हमारे कृषि के प्रमुख थे। रिसर्च स्टेशन के प्रमुख थे। हिंदुस्तान में ही नहीं, पूरे दुनिया में उनका नाम हुआ। वे फादर आफ ग्रीन रिवोल्यूशन थे। उनकी प्रशंसा इंदिरा जी ने भी की। राजीव जी ने भी की। राज्यसभा में सांसद रहे। देश के किसानों के लिए उन्होंने बड़ा योगदान दिया। इसके बाद उनके शोक में मौन रखने लोगों से आग्रह किया।
आप सभी ने मिलकर छत्तीसगढ़ में जो काम किया है, वो बहुत बड़ा है। हमारे मजदूरों के लिए आपने काम किया। हमने केंद्र में मजदूरों, किसानों के अधिकार सशक्त बनाए ताकि उन्हें लाभ मिले। हमारी सरकार ने गरीबों के बारे में सोचा, उनके लिए काम किया। जो भी गरीबों की मदद करता है, उन्हें हमेशा याद किया जाता है। इतिहास में सम्मान वही पाते हैं जो गरीबों के लिए लड़ते हैं।