छत्तीसगढ़ प्रवास के बाद डॉ चिन्मय पंड्या हरिद्वार के लिए हुए रवाना
रायपुर। देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पंड्या जी छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय प्रवास के दौरान शनिवार की सुबह माना विमानतल से हरिद्वार के लिए रवाना हुए। डॉ पंड्या विगत दिनों उड़ीसा से होते हुए छत्तीसगढ़ पहुचे थे। वे जशपुर, मनेंद्रगढ़, कुनकुरी, बैकुंठपुर, तमनार, बिलासपुर में कई स्थानों पर गायत्री मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, गौशाला का लोकापर्ण एवं युवा चेतना जागरण शिविर कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। डॉ चिन्मय पंड्या के वापसी के समय माना विमानतल में गायत्री परिवार के परिजनों ने उनसे आशीर्वाद लिया। साथ ही श्री नागभूषण राव यादव पार्षद एवं एम.आई.सी सदस्य व मोहन उपारकर ने उपस्थित गायत्री परिजनों के साथ मिलकर डॉ पंड्या से कोरोना काल मे दिवंगत आत्माओं की शांति व सद्गति के लिए आने वाले दिनों में राजधानी रायपुर में 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन की अनुमति व उसमे उपस्थिति हेतु समय देने के लिए भी निवेदन किया। इस दौरान गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ के केंद्रीय समन्वयक सुखदेव निर्मलकर, जोन समन्वयक दिलीप पाणिग्रही उप जोन समन्वयक सी पी साहू, गायत्री शक्ति पीठ समता कॉलोनी के प्रमुख ट्रस्टी श्याम बैस, सदाशिव हथमल, रायपुर जिला समन्वयक लच्छुराम निषाद नागभूषण राव यादव पार्षद व एम.आई.सी. सदस्य, मोहन उपारकर, सरला कोसरिया, डॉ के के साहू, प्रज्ञा प्रकाश निगम, सुदर्शन वर्मा, आर एस चौरसिया, बंशी राम साहू, आनन्द श्रीवास्तव, घनश्याम केशरवानी, गंगा सूर्यवंशी सहित अनेक गायात्री परिजन उपस्थित थे।